शिमला। भाजपा प्रदेश मीडिया संयोजक एवं विधायक रणधीर शर्मा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार का 12 महाने का कार्यकाल जहां जन विरोधी निर्णयों के लिए जाना जाएगा, वहीं 12 हजार करोड़ कर्ज लेने के लिए भी याद किया जाएगा।
उन्होंने मीडिया कर्मियों से कहाकि जिस प्रकार पर्यटकों के सम्बध में मुख्यमंत्री ने बयान दिया है, उसे भारतीय जनता पार्टी गैर जिम्मेदाराना मानती हैं। हिमाचल की सरकार द्वारा लिए गए निर्णय और मुख्यमंत्री द्वारा दिया गया बयान प्रदेश की बिगड़ रही कानून व्यवस्था को और बिगाड़ने में सहायक सिद्ध होंगे। जिस तरह से मुख्यमंत्री ने बयान दिया और जिन शब्दों का इस्तेमाल उन्होनें किया वह किसी भी मुख्यमंत्री को शोभा नहीं देते। उन्होंने मुख्यमंत्री पद की गरीमा को भी ठेस पहुंचाई है। उनके द्वारा दिए गए बयान में कहा गया कि जो पर्यटक झूमेगें उन्हें पुलिस होटल छोड़ेगी। मुख्यमंत्री के ये सभी निर्णय नशे को बढ़ावा देने की ओर इशारा कर रहें हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
विधायक रणधीर शर्मा ने कहाकि भारतीय जनता पाटी कांग्रेस के मुख्यमंत्री के इन बयानों को दुर्भाग्यपुर्ण मानती हैं। उन्होनें कहा कि मुख्यमंत्री के बयान से अगर लोकल व्यक्ति ऐसी अवस्था में पाया जाए तो उन्हें सख्ती से देखा जाएगा। इससे तो साफ दिखता हैं कि हिमाचल में दोहरी कानून व्यवस्था अपनाई जा रही हैं। हिमाचल प्रदेश वासियों के अलग कानून और पर्यटकों के लिए अलग।
मुख्यमंत्री के ऐसे बयान पर शंका है कि इस ब्यान के बाद पर्यटकों के साथ अनेक सामाजिक व अपराधिक तत्व प्रदेश में घुस सकते हैं और मुख्यमंत्री के इस बयान का फायदा उठाकर प्रदेश की कानून व्यवस्था को भी बिगाड़ने का प्रयास कर सकते है।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी प्रदेश सरकार से यह मांग करती हैं कि मुख्यमंत्री को यह बयान वापस लेना चाहिए और पुलिस अपनी कार्यवाही करें।
उन्होंने कहाकि इन 12 महीनों में 1 हजार से अधिक संस्थान डि-नोटिफाई किए गए। 6 रूपए डीजल मंहगा किया गया। सीमेंट की बोरी 10 रूपए बड़ाई गई। 19 प्रतिशत बिजली में बढोतरी की गई। राजस्व विभाग के अंतर्गत स्टाप डयूटी में बेतहाशा वृद्वि की गई।
उन्होनें कहाकि कांग्रेस सरकार ने आउटसोर्स कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया। मंदिरों में दर्शनों पर श्रद्धालुओं पर फीस लगाने का निर्णय लिए। प्रदेश की कांग्रेस सरकार द्वारा 12 हजार करोड़ रूपये का कर्ज लेने के बाद भी हालात ऐसे हैं कि सरकारी खजाने में सिर्फ 23 करोड़ रूपए ही बचे हैं।
उन्होनें कहा कि हिमाचल प्रदेश की महिलाएं इस सरकार से एक साल से 1500 रूपए महीने का इंतजार कर रहीं, युवा नौकरी का इंतजार कर रहें, किसान गोबर और दूध खरीदने का इंतजार कर रहें, इसी तरह से कर्मचारी तनख्वाह तथा रिटार्यड कर्मचारी पेंशन का इंतजार करते रहे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के विधायक भी मंत्री बनने का इंतजार करते रहें परन्तु साल खत्म होने के उपरान्त मंत्री तो बन गए अब विभागों का इंतजार कर हैं।
विधायक रणधीर शर्मा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी इस जन विरोधी सराकर का, जनता को इंतजार करने वाली सरकार का और गांरटी व वायदे देकर चुनाव जितने वाली सरकार का विरोध करती हैं। उन्होंने कहा कि इन सभी मुद्दों को लोकसभा चुनाव में उठाएंगें।
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