शिमला। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज शिमला के उपनगर टुटू में नागरिकता संशोधन अधिनियम के बारे में लोगाें को जागरुक बनाने के लिए गृह सम्पर्क अभियान का शुभारम्भ किया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उन्होंने इस अधिनियम के बारे में दुकानदारों और आम जनता को पुस्तिकाएं वितरित कीं और उनको बताया कि नागरिकता संशोधन विधेयक अल्पसंख्यकों के विरुद्ध नहीं है। उन्होंने बताया कि यह अधिनियम नागरिकता दने के लिए है और देश के किसी भी नागरिक की नागरिकता छीनने के लिए नहीं है।
बाद में मीडिया से अनौपचारिक बातचीत करते हुए जयराम ठाकुर ने कहा "यह अधिनियम उन अल्पसंख्यक समुदायों की सहायता के लिए लाया गया है, जो पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में धार्मिक प्रताड़ना सह रहे हैं लेकिन इससे भारत में किसी की भी नागरिकता नहीं जाएगी।"
मुख्यमंत्री ने कहा "इस मामले को लेकर विपक्ष के नेता राजनीति कर रहे हैं और लोगाें को भ्रमित कर रहे हैं, जबकि यह अधिनियम किसी भी धर्म या सम्प्रदाय के खिलाफ नहीं है। विपक्ष इसे अल्पसंख्यकों के अहित में बताने की कोशिश कर रहा है जो निंदनीय है।"
कैलाश फेडरेशन के अध्यक्ष एवं शिमला जिला भाजपा अध्यक्ष रवि मेहता, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार त्रिलोक जमवाल, भाजपा नेता डा. प्रमोद शर्मा और नगर निगम पार्षद विवेक एवं किरण बावा भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
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