उन्होंने कहा कि सप्ताह भर चलने वाला यह आयोजन विद्यार्थियों के लिए
किसी उत्सव से कम नहीं है। इससे हमें अपने इतिहास से जुड़ने का अवसर प्राप्त
होता है। साथ ही यह कार्यक्रम वर्तमान और भावी पीढ़ियों के लिए अनुशासन की
महत्ता पर भी बल देता है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि यह वार्षिक समारोह उन
महान लोगों के प्रति आभार व्यक्त करने का भी उचित अवसर होता है, जिन्होंने
इस संस्थान की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्हीं लोगों के
प्रयासों से आज गोरखनाथ पीठ को इतनी प्रतिष्ठा प्राप्त हुई है।
लोकसभा चुनाव 2024 का पहला चरण - त्रिपुरा, सिक्किम में 80 फीसदी से ज्यादा मतदान, बिहार में 50 फीसदी से कम मतदान
राहुल की कप्तानी पारी, लखनऊ ने सीएसके को आठ विकेट से हराया
केन्या में भारी बारिश से 32 लोगों की मौत
Daily Horoscope