शिमला। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ;सीबीएसई ने घोषणा की है कि यह माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के सहयोग में अपने हाई स्कूल अध्यापकों के लिए क्षमता विकास प्रोग्राम का संचालन करेगा। इसका मकसद अध्यापन में क्लाउड व एआइ.पावर्ड टेक्नोलॉजी का समावेश करना है। इस प्रोग्राम को आठवीं से दसवीं कक्षा के अध्यापकों के लिए बनाया गया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
एआई एवं इंटेलीजेंट टेक्नोनलॉजी इन दिनों सर्वव्यापी बन रही हैं इन्होंने विभिन्न सेक्टर्स में संगठनों को बदल दिया है और वे हमारे काम करने के ढंग को भी बदल रही हैं। कल के वर्कफोर्स को सुसज्जित करने के लिए यह जरूरी है कि संस्थागत सेट.अप और शिक्षकों में निर्माण क्षमता को बेहतर बनाया जाए और अध्यानपन प्रक्रिया में उन्नत तकनीकों का समावेश किया जाए।यह प्रोग्राम शिक्षकों को नवीनतम जानकारी और संचार तकनीक ;आइसीटी टूल्स तक बेहतर पहुंच प्रदान करेगा और अध्यापन में तकनीकों का सुरक्षित ढंग से समावेश करने में मदद करेगा।
इस तरह सभी विद्यार्थियों का लर्निंग अनुभव बेहतर होगा और उन्हें 21वीं सदी के कौशल से सुसज्जित बनाया जाएगा। सीबीएसई द्वारा 1000 अध्यापकों को नामित किया गया है जोकि तीन दिन की प्रोजेक्ट आधारित ट्रेनिंग से गुजरेंगे। इस प्रशिक्षण सत्र में इन्हें माइक्रोसॉफ्ट 365 टूल्स जैसे कि वननोट, फ्लिपग्रिड, टीम्स, आउटलुक एवं माइनक्राफ्टो व पेंट 3 डी माइक्रोसॉफ्ट की प्रायोगिक एवं व्याकवहारिक जानकारी प्रदान की जाएगी।
मनीष प्रकाश जनरल मैनेजर भारत ने कहा एआइ दुनिया भर के देशों में आर्थिक विकास के लिए एक प्रमुख घटक बन चुका है। इस पहल के माध्यम से हम भारत में संस्थानों, शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को एआइ एवं क्लाउड जैसी नई तकनीकों में जल्दी शिक्षा कौशल प्राप्त करने में सशक्त बना रहे हैं जोकि इस तेजी से बदल रही दुनिया में वृद्धि को बढ़ावा देते हैं। हम एआइ एवं क्लाउड की ताकत से शिक्षा के तंत्र को बदलने के लिए सीबीएसई के साथ साझेदारी करने का अवसर पाकर खुश हैं यह किसी देश में हमारा पहला प्रयास है।
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