शिमला । हिमाचल प्रदेश के किन्नौर
जिले में भूस्खलन में मारे गए नौ पर्यटकों में से आठ के शव मंगलवार को
दिल्ली में उनके परिवारों को सौंपे गए।
एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि नौवें मृतक, भारतीय नौसेना के
लेफ्टिनेंट अमोघ बापट का शव दुर्घटनास्थल के पास स्थित करछम में भारतीय
सेना को सौंप दिया गया, जहां से इसे छत्तीसगढ़ में उनके पैतृक स्थान ले
जाया गया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
पर्यटक चितकुल से सांगला जा रहे थे, तभी रविवार को
बटसेरी गांव के पास सांगला-बटेसेरी मार्ग पर भारी भूस्खलन हुआ, जिसमें उनकी
मौत हो गई।
पीड़ितों में से एक, 34 वर्षीय, आयुर्वेद डॉक्टर, दीपा
शर्मा ने प्रकृति के बीच अपनी मस्ती की तस्वीरें पोस्ट कीं, और उसके बाद
बोल्डर उस वाहन से टकराए जिसमें वह यात्रा कर रही थी।
पहाड़ी राज्य
में छुट्टी मना रहीं दीपा ने ट्विटर पर अपनी तस्वीर पोस्ट की और यह भी
लिखा, "भारत के अंतिम बिंदु पर हूं जहां नागरिकों को जाने की अनुमति है। इस
बिंदु से लगभग 80 किलोमीटर आगे हमारी तिब्बत के साथ सीमा है जिस पर चीन ने
अवैध रूप से कब्जा कर लिया है।"
दोपहर 12.59 बजे उनकी आखिरी ट्विटर पोस्ट, इसमें भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के नागास्ती चेकपोस्ट पर पोज देती हुई उनकी एक तस्वीर थी।
आखिरी ट्वीट के पच्चीस मिनट बाद खबर आई कि पर्यटकों को ले जा रहे एक टेंपो ट्रैवलर पर भारी पत्थर गिरे हैं।
उनका एक ट्वीट, "जीवन माँ प्रकृति के बिना कुछ भी नहीं है", मरणोपरांत व्यापक रूप से लोकप्रिय हुई।"
उसके ट्विटर अकाउंट में पहाड़ी राज्य की उसकी यात्रा के बारे में कई तस्वीरें हैं, जिसमें एक आश्चर्यजनक सुबह का आकाश भी शामिल है।
--आईएएनएस
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