बता दें कि बल्ह घाटी के टमाटर उत्पादक बाहरी राज्यों के व्यापारियों को अपने टमाटर बेचते है। जिसके लिए बाहरी राज्यों के व्यापारी अपनी ही गाड़ियां टमाटर की ढुलाई हेतू प्रयोग किया करते है। टमाटर खरीद के लिए बाहरी राज्यों के टमाटर व्यापारी सीधे तौर पर खेतों से ही टमाटर की खरीद कर फसल ढुलाई हेतू क्रेट भी उपलब्ध करवाने के साथ साथ नगद भुगतान भी खेतों पर ही कर दिया करते हैं। यही कारण है कि ट्रक यूनियन से जुडे अाॅपरेटरों को कोई कार्य नहीं मिल पा रहा है और स्थानीय ट्रक यूनियन पर्ची नहीं दे रही है। ये भी पढ़ें - अजब- गजबः बंद आंखों से केवल सूंघकर
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वहीं बल्ह एसडीएम आॅफिस परिसर पहुंचे सैकड़ों सब्जी उत्पादक व पंचायत प्रधान रीता देवी, उपप्रधान मदन नायक, खेम चंद सैणी, मस्तराम सैणी, लाल चंद ठाकुर, शिवलाल ठाकुर, शंभू सैणी, रंणजीत सिंह सैणी , हितेंद्र सैणी ,बलबंत सैणी, आर.के सैणी, सागर सैणी , पुष्पराज सैणी व जयकरण सैणी इत्यादी ने बताया कि टमाटर की फसल खेतों में तैयार खडी है जिसे बाहरी राज्यों के व्यापारियों को बेचा जाता है। यदि यूनियन ने इससे रोका तो टमाटर उत्पादक सड़कों पर उतर चक्का जाम करेंगे। जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन व ट्रक यूनियन की होगी। साथ ही मध्यप्रदेश की तर्ज पर बल्ह के टमाटर उत्पादक भी आंदोलन शुरू कर देंगे।
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