मंडी। हिमाचल प्रदेश को कुदरत ने दिल खोलकर मनोहारी वादियों से नवाजा है। यहां के प्राकृतिक सौंदर्य को बनाए रखने और इसके माध्यम से पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वर्तमान प्रदेश सरकार ने कई नई योजनाएं प्रारंभ की हैं। नई मंजिलें नई राहें योजना इन्हीं में से एक है जो प्रदेश के अनछुए पर्यटन स्थलों तक सैलानियों को आकर्षित करने में कारगर सिद्ध हो रही है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
हिमाचल में पर्यटन एक प्रमुख उद्योग है जो विभिन्न हितधारकों को आजीविका प्रदान कर उनका आर्थिक उत्थान सुनिश्चित करता है। प्रदेश के सकल घरेलू उत्पाद में पर्यटन क्षेत्र का योगदान लगभग 6.6 प्रतिशत है। राज्य सरकार का उद्देश्य दीर्घकालिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए निजी क्षेत्र को प्रोत्साहित करना है और इसमें पारिस्थितिकी और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना पर्यटन से जुड़े बुनियादी ढांचे को विकसित करने का लक्ष्य रखा गया है। पर्यटन की नई अवधारणाओं को बढ़ावा देकर रोजगार के अवसर पैदा करने पर भी विशेष बल दिया जा रहा है।
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