पधर (मंडी)। मंडी जिले के द्रंग क्षेत्र की चौहारघाटी को पर्यटन के लिए विकसित किया जाएगा। बरोट, झटिंगरी, फुलाधार, घोघरधार, बधौणधार और पराशर घाटी में पर्यटन व्यवसाय की अपार संभावनाएं हैं, ऐसे में जहां सरकार यहां पर्यटन को बढ़ावा दे रही है। इको सोसायटी के तहत भी यहां पर्यटन व्यवसाय को नए पंख लगेंगे। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने ग्राम पंचायत जिलहण के फुलाधार में 23 लाख रूपए की लागत से नवनिर्मित वन विश्राम गृह और बीस लाख रूपए की लागत से बने ट्रैकर हट का उदघाटन करने उपरांत जनसभा को संबोधित करते हुए यह बताया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उन्होंने कहा कि प्रकृति ने हिमाचल प्रदेश को असीम प्राकृतिक सौंदर्य प्रदान किया है, जिसके परिणामस्वरूप प्रदेश में लाखों की संख्या में स्वदेशी व विदेशी पर्यटक यहां की मनोरम वादियों का लुत्फ उठाने आते हैं। प्रदेश के सकल घरेलू उत्पाद में पर्यटन का 6.80 प्रतिशत योगदान है। प्रदेश में पर्यटन की अपार सम्भावनाओं के दृष्टिगत तथा पर्यावरण व पर्यटन के बीच संतुलन बनाने के उद्देश्य से हिमाचल प्रदेश सतत् पर्यटन नीति 2013 लागू की गई है।
आगे उन्होंने कहा कि द्रंग क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने तथा नेचर पार्क बनाने की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं। प्रदेश को हरा-भरा बनाने के लिए खाली जगह पर पौधे लगाए जाएंगे। ऐसा करने से प्रदेश में देश से ही नहीं अपितु विदेश से भी लाखों पर्यटक आएंगे। जिससे पर्यटन कारोबार बढ़ने के साथ साथ यहां लोगों की आर्थिकी भी सुदृढ़ होगी।
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