मंडी। शहर में 9 दिन के बाद फिर से तेज बारिश हुई जिसने गर्मी के तपन में थोड़ी कमी तो की लेकिन मुश्बितें ज्यादा खड़ी कर दी। यहां की सिवरेज लाइनें रूक गई हैं और पीने के पानी की किल्लत हो रही है। दरअसल आधी रात को हुई मूसलाधार बारिश ने जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया। इस बरसाती मौसम की पहली खतरनाक बारिश से नदी नालों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। खेत पानी से भर गए। यातायात में भी बाधा पड़ी। आधी रात को शुरू हुई यह बारिश सुबह 9 बजे तो थम गई मगर इसने जिस तरह से नगर परिषद, लोक निर्माण विभाग व सीवरेज महकमे की पोल खोली वह देखते ही बनती थी। निकासी बंद होने से पानी नालियों की बजाय सडक़ों गलियों से होकर ही गुजरा। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
मंडी शहर की ऐतिहासिक जैंचू नौण के साथ लगते प्राकृतिक जल स्त्रोत जिससे हर रोज कई हजार लोग पानी भरते हैं व पीते हैं, से होकर गुजरने वाली सीवरेज की पाइप बंद हो गई। इस कारण से हजारों लोग इस पेयजल से वंचित हो गए। विभाग की लापरवाही व गलत निर्माण के चलते यह ऐतिहासिक जल स्त्रोत खत्म होने की कगार पर पहुंच गया।
इस बारे में आईपीएच के अधिशाषी अभियंता आर के सैणी को भी सूचित किया गया। उनके निर्देश पर इसे दुरूस्त करने आए कर्मचारियों ने भी महज औपचारिकता ही निभाई जिससे शाम को समय हुई बारिश से फिर सीवरेज प्राकृतिक जलस्त्रोत में पहुंच गया। काॅलेज रोड़ शॉपकीपर एसोसिएशन ने चेतावनी दी है कि यदि यहां से गुजर रही सीवरेज लाइन को स्थायी रूप से ठीक नहीं किया गया तो वह आंदोलन पर उतर जाएंगे।
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