मंडी। प्रस्तावित सुपरहाईवे कलखर से नेरचौक का टैंडर पिछले 10 सालों से नहीं लग पाया है। जिस कारण जहां आवाजाही प्रभावित हो रही है। हैरानी यह है कि इस दौरान 2 सरकारें बदल गई लेकिन टैंडर लगाने में किसी ने भी दिलचस्पी नहीं दिखाई। जिस कारण से इसका कार्य अधर में लटकता ही चला गया। ऊना से कलखर तक के सुपर हाईवे का निर्माण 2007 में शुरू किया गया था जिसमें दो फेस निर्धारित किए गए थे। हाईवे आथॉरिटी ने ऊना से कलखर तक के सुपर हाईवे का निर्माण तो पूरा कर लिया लेकिन आगे के निर्माण को ऑथारिटी पूरा नहीं कर पाई। जिससे एक कंप्लीट हाईवे आज दिन तक लोगों को नहीं मिल पाया। यह नेरचौक में जोड़ा जाना प्रस्तावित था। जिससे यह एनएच-21 से भी स्वत: ही जुड़ जाता। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
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