बिलासपुर। तीन साल पहले मोदी ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में कहा कि वह सरकार बनाने के बाद किसानों के कर्जे माफ करेंगे, लेकिन तीन साल बीत जाने के बाद भी इस ओर कोई कदम नहीं उठाया गया। देश में लगातार किसान आत्महत्याएं कर रहे हैं। मोदी सरकार काॅरपोरेट घरानों का कर्जा माफ कर रही है। यह राशि लगभग छह लाख करोड़ से भी अधिक बनती है लेकिन किसानों के कुछ लाख के कर्जे माफ नहीं किए जा रहे। यह कहना है हिमाचल किसान सभा के महासचिव राकेश सिंघा ने, जिन्होंने एक पत्रकार वार्ता को संबांधित करते हुए केन्द्र सरकार पर देश के किसानों की ओर ध्यान न दिए जाने पर तीखी आलोचना की। पत्रकार वार्ता को किसान सभा के अध्यक्ष कुलदीप तनवर ने भी संबोधित किया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
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