उन्होंने कहा कि जल्द ही ज़िला कांगड़ा के सभी 15 निर्वाचन
क्षेत्रों, ज़िला मंडी के 10 तथा शिमला के 8 निर्वाचन क्षेत्रों की
ई-निर्वाचन क्षेत्र प्रबंधन की समीक्षा भी की जाएगी। उन्होंने कहा कि ज़िला
एवं संबंधित उपमंडल स्तर के विभागाध्यक्षों को यूजर आईडी और पासवर्ड भी
आवंटित कर दिए गए हैं और इस संबंध में प्रशिक्षण एवं सॉफ्टवेयर को इस्तेमाल
करने का प्रशिक्षण भी दिया गया है।
उन्होंने कहा कि ई-विधान
प्रणाली कोे लागू करने वाली हिमाचल प्रदेश विधानसभा देश की अग्रणी विधानसभा
की श्रेणी में शामिल है। उन्होंने इस कार्यशाला में उपस्थित
विभागाध्यक्षों को इसे आरंभ करने के निर्देश दिए ताकि विकास कार्यों को और
अधिक गति मिल सके। कार्यशाला में योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष तथा ज्वालामुखी
के विधायक रमेश ध्वाला ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस तकनीक के माध्यम
से प्रदेश में विकास को जोड़ा गया है जिसके सकारात्मक प्रभाव होंगे।
उन्होंने इसका श्रेय विधानसभा अध्यक्ष डॉ0 राजीव बिंदल को दिया।
इस
अवसर पर ज़िला कांगड़ा के सभी विधायकों तथा विभिन्न विभागों के जिला
अधिकारियों को इस प्रणाली के तहत यूजर आईडी और पासवर्ड भी प्रदान किए गए।
उपायुक्त, कांगड़ा राकेश प्रजापति ने सभी का स्वागत किया तथा सभी
विभागाध्यक्षों को ई-निर्वाचन क्षेत्र प्रबंधन के संबंध में अध्यक्ष द्वारा
दिए गए दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए।
कार्यशाला
में जयसिंहपुर के विधायक रविन्द्र धीमान, ज्वाली के विधायक अर्जुन सिंह,
इन्दौरा की विधायक अनीता धीमान, बैजनाथ के विधायक मुल्ख राज प्रेमी,
पालमपुर के विधायक आशीष बुटेल, देहरा के विधायक होशियार सिंह, नगरोटा के
विधायक अरूण कुमार, पुलिस अधीक्षक विमुक्त रंजन, एडीसी राघव शर्मा,
विधानसभा अध्यक्ष के निदेशक सूचना प्रौद्योगिकी धर्मेश शर्मा व जिला तथा
उपमंडल स्तर के अधिकारियों ने भाग लिया।
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