धर्मशाला। भाजपा नेता व मंत्री विपिन परमार ने कहा कि काश छह बार के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह व्यक्तिगत सम्मान की चिंता न करते हुए अपने कार्यकाल के दौरान प्रदेश के हितों की पैरवी लगातार केंद्र सरकार से की होती तो प्रदेश आज यूं कर्जे के मकड़जाल में न उलझकर आत्म निर्भर होता। उनके व्यक्तिगत अहम और द्वेष की राजनीति का नुकसान हमेशा प्रदेश को झेलना पड़ा है। एक नहीं अनेकों बार ऐसा हुआ है कि उनके झूठे अहम की वजह से हिमाचल को कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं से हाथ धोना पड़ा है। केन्द्रिय नेताओं से उनके व्यक्तिगत मतभेदों का असर प्रदेश की विभिन्न विकास परियोजनाओं पर पड़ा है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
भाजपा नेता ने कहा कि उनके केन्द्रिय मंत्री रहने के दौरान केंद्र की कांग्रेस सराकर ने हिमाचल प्रदेश से विशेष राज्य का दर्जा छिना और विशेष आद्यौगिक पैकेज को भी खत्म किया गया और 13 वें वित्त आयोग में प्रदेश के साथ भेदभाव की हालत यह थी कि देश के अन्य राज्यों को आर्थिक वृद्धि 150 प्रतिशत मिली वहीं हिमाचल को यह वृद्धि मात्र 50 प्रतिशत दी गई। प्रदेश के साथ हो रहे इस भेदभाव के प्रति उस समय उन्होंने व्यक्तिगत अहम को छोड़ कर आन्नद शर्मा के साथ मिलकर प्रदेश हितों की पैरवी की होती तो आज प्रदेश देश के सर्वश्रेष्ठ राज्यों में से एक होता।
भाजपा नेता ने कहा कि प्रदेश के साथ भेदभाव की बातें आज वो लोग कर रहे हैं जिन्होंने स्वंय प्रदेश के साथ भेदभाव किया है। कांग्रेस के समय में 13 वें वित्त आयोग द्वारा हिमाचल प्रदेश को केन्द्रिय करों में हिस्सेदारी के रूप में मात्र 11,131 करोड़ा करोड़ रूपए दिए गए थे। जबकि भाजपा सरकार आने के बाद 14 वें वित्त आयोग में यह हिस्सा 28,252 करोड़ रूपए हो गया। इसी तरह रेवेन्यू डेफिसिट ग्रान्ट जो पहले 7,890 करोड़ रूपए थी अब वह 40,625 करोड़ हो गयी और कांग्रेस के समय में जो ग्रामीण सहायता 10,490 करोड़ रूपए थी वह केंद्र में मोदी सरकार के दौरान चार गुणा बढ़कर 43,810 करोड़ रूपए हो गई है।
उन्होंने कहा कि केंद्र का धन्यावाद देने के बजाय मोदी सरकार पर झूठे आरोप लगाकर पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह अवसर वादिता की राजनीति कर रहे हैं। प्रदेश की जनता मोदी के हिमाचल प्रेम को समझती है और इसके साथ पिछले पांच वर्षों मे उन्होंने हिमाचल के साथ अपने लगाव के चलते जो आर्थिक सहायता दी है उसकी अहमीयत को भी भली-भांति समझ रही है यही कारण है कि प्रदेश की जनता चारों सीटें भाजपा की झोली में डाल रही है।
लोकसभा की 102 सीटों के लिए मतदान जारी, आठ केंद्रीय मंत्री, पूर्व राज्यपाल, दो पूर्व मुख्यमंत्री मैदान में
पीएम मोदी ने मतदाताओं से भारी संख्या में मतदान कर नया रिकॉर्ड बनाने की अपील की
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने नागपुर में किया मतदान, लोगों से की वोट डालने की अपील
Daily Horoscope