चंबा। हाल ही में जिले के समूचे क्षेत्र में आये चक्रवती तूफान ने ऐसा कोहराम मचाया कि बागवान किसानों की खड़ी गंदम की फसलों को तबाह करके रख दी। अपनी साल भर की समाप्त हो चुकी फसल को बिखरा देख लोग प्रदेश सरकार से गुहार लगा रहे है कि उनको सरकार कुछ तो सहायता प्रदान करे ताकि वह अपने बाल बच्चो को दो वक्त की रोटी तो जुटा सके। गौरतलब है कि चंबा मुख्यालय से करीब 6 किलोमीटर दूर राजपुरा एक नहीं बल्कि दर्जनों खेत ऐसे है जिनपर जहां तक भी नजरे दौड़ाई जाये हर तरफ इस कोहराम बारिश का मंजर देखने को मिलेगा। खेत के खेत जिनपर अनुमानित से कहीं ज्यादा गंदम की फसल होने की उम्मीद जताई जा रही थी, वहां वहां बिखरी हुई फसलें और हो चुका नुकसान दिखाई देता है। इस तूफान से किसानों की सेब की अच्छी फसल की उम्मीदों पर भी पानी फेर दिया है। इन लोगों ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि उनको सरकार की ओर से कुछ न कुछ सहायता मिलनी ही चाहिए ताकि वह अपने परिवार का निर्वाह कर सके।
संबंधित विभाग के अधिकारी और हॉटीकल्चर विभाग के विशेषज्ञ के अनुसार अब तक करीब सात से आठ लाख की नुकसान होने की उनके पास खबर पहुंच चुकी है। अभी भी जिले के अन्य जगहों की रिपोर्ट आना बाकी है। उन्होेने बताया कि हालांकि नुकसान ज्यादा हुआ है फिर भी सरकार जो भी मुआवजे के तौर पर किसानो और बागवानों को मुहैया करवायेगी, उनपर विभाग पूरा सहायता करेगा।
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