रोहतक।
केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री रामदास अठावले ने कहा है कि
पाकिस्तान को मुंह तोड़ जवाब दिया जाना चाहिए। अगर युद्ध हुआ तो क्रिकेट की
तरह ही पाकिस्तान को हराएंगे। वहीं, अठावले ने जाट आरक्षण का भी समर्थन
किया है। इसके अलावा कहा है कि अंतरजातीय विवाह के जरिए दलित उत्पीड़न की
घटनाओं पर रोक लगाई जा सकती है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
केंद्रीय मंत्री सोमवार को रोहतक में
थे। उन्होंने यहां आरपीआई की ओर से आयोजित एक समारोह में शिरकत की। बाद में
पत्रकारों से जाट आरक्षण के मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जाट समाज
को भी आरक्षण का लाभ मिलना चाहिए। इस संबंध में उन्होंने सीएम मनोहर लाल
खट्टर से भी मुलाकात की है। इस मुलाकात के दौरान सीएम ने भी जाट आरक्षण पर
सहमति जताई है। रामदास अठावले ने कहा कि एससी, एसटी और ओबीसी के आरक्षण से
छेड़छाड़ किए बगैर जाट, मराठा व पटेल समेत अन्य जातियों के लिए अलग से 25
प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था होनी चाहिए। हालांकि इसके लिए संविधान में
संशोधन करना पड़ेगा।
केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने
देश में दलित उत्पीड़न की घटनाओं का भी जिक्र किया। उन्होंने आंकड़े
प्रस्तुत करते हुए बताया कि फिलहाल देश भर में हर साल करीब 45 हजार दलित
उत्पीड़न की घटनाएं होती हैं और उनमें उत्तर प्रदेश का नाम सबसे ऊपर है।
उत्तर प्रदेश में हर साल करीब 8 हजार दलित उत्पीड़न की घटनाएं होती हैं और
उसके बाद बिहार और राजस्थान का नाम आता है। अठावले ने कहा कि अगर दलित
उत्पीड़न की घटनाओं पर रोक लगानी है तो अंतरजातीय विवाह को बढ़ावा दिया
जाना चाहिए। राष्ट्रपति के मुद्दे पर रामदास अठावले ने कहा कि एनसीपी के
अध्यक्ष शरद पंवार का नाम फिलहाल विपक्ष के उम्मीदवार के तौर पर सामने आ
रहा है लेकिन अगर शरद पंवार एनडीए में आते हैं तो राष्ट्रपति पद के लिए
उनके नाम पर विचार किया जा सकता है।
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