रोहतक। भारतीय उद्योग परिसंघ यानी सीआईआई की ओर से शनिवार को रोहतक में किसान सम्मेलन आयोजित किया गया। इस सम्मेलन के दौरान किसानों को खेती में नवीनतम तकनीक के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही उन्नत कृषि पर जोर दिया गया। सम्मेलन में इस बात पर मंथन किया गया कि किस तरह कृषि उत्पादन में इजाफा कर, घाटा कम कर और नई तकनीकों का इस्तेमाल करके किसानों की आय में बढ़ोतरी की जाए। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
भारतीय उद्योग परिसंघ, किसानों को अपनी आय को बढ़ाने के लिए जोर दे रहा है। इसी के मद्देनजर शनिवार को रोहतक की महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी के राधाकृष्णन सभागार में सम्मेलन हुआ। सम्मेलन के दौरान कृषि विशेषज्ञों ने इस बात पर विशेष जोर दिया गया कि भारत के लिए अच्छी खबर यह है कि उसके पास पूर्णतया विकसित कृषि प्रणाली है। इसके अलावा यहां कई कृषि विश्वविद्यालय हैं और निजी कंपनियां भी खेती में शोध की ओर बढ़ रही हैं। हालांकि साथ ही इस बात को स्वीकार किया कि कई कृषि जलवायु परिस्थितियों में जलवायु परिवर्तन से खेती को चुनौती भी मिल रही है। देश ने फसलों में बदलाव के मामले में पहल की जरुरतों की पहचान की है।
कृषि विशेषज्ञों व प्रगतिशील किसानों ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था कृषि आधारित है, उन्नत कृषि के लिए भी कौशल विकास जरूरी है, जिससे कृषि की पैदावार बढ़े तथा किसानों को संपन्न बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि भारत की आबादी का आधे से ज्यादा हिस्सा युवा है, उसकी प्रतिभा व सृजनशीलता को निखारने की जरूरत है।
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