पानीपत। भारत सरकार के पशुपालन, डेयरी एंव मत्स्य पालन विभाग व कृषि एंव किसान कल्याण मंत्रालय की ओर से चलाए जा रहे राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत पानीपत के गांव डिडवाड़ी निवासी पशुपालक नरेंद्र सिंह को देसी व साहिवाल गांय व मुर्राह नस्ल को संरक्षण देने के लिए दिल्ली में आयोजित समारोह में राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उन्हें यह पुरस्कार केंद्रीय मंत्री राधामोहन ने प्रदान किया। किसान नरेंद्र सिंह के डिडवाड़ी पहुंचने पर क्षेत्र के किसानों ने उनका जोरदार स्वागत किया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
पुरस्कार से सम्मानित होने के बाद नरेंद्र सिंह ने बताया की उनकी गोलू डेयरी फ़ार्म में करीब सवा सौ पशु हैं। जिसमे 56 देसी व साहिवाल, 52 मुर्राह नस्ल की भैंस व तीन झोट्टे (भैंसा) हैं। नरेंद्र सिंह के डेयरी के मुर्राह नस्ल के झोटे गोलू ने राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश का नाम रोशन किया था। हाल ही में डेयरी के मुर्राह नस्ल के झोटे शंहशाह ने कई बार रास्ट्रीय स्तर पर लाखों के इनाम जीते हैं। भारत सरकार ने नरेंद्र सिंह को उत्तर जोन के लिए द्वितीय स्थान पर रहने पर राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार की ट्रॉफी व तीन लाख रुपए का चैक भेंट किया। नरेंद्र सिंह इस उपलब्धि का श्रेय अपने मुर्राह नस्ल के झोटे शंहशाह को दिया। शंहशाह करीब चार वर्ष का हो गया है और इसकी 25 करोड़ रुपए के करीब कीमत लग चुकी है। शंहशाह ने कई बार क्षेत्र एवं प्रदेश का नाम रोशन किया है।
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