पंचकूला। गुजरात के शिक्षा मंत्री भूपेन्द्र सिंह चूड़ासमा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद मोदी ने नर्मदा नदी के तट पर लोहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की सबसे ऊंची प्रतिमा का निर्माण करवाकर देश का गौरव बढ़ाया है और पटेल के आजादी के लिए और आजादी के बाद देश की एकता और अखंडता के लिए दिए गए योगदान का ऋण भी अदा किया। गुजरात के शिक्षा मंत्री इन्द्रधनुष में आयोजित कार्यक्रम में आमजन से रूबरू हो रहे थे।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन के अनुरूप विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टेच्यू ऑफ यूनिटी 31 अक्टूबर, 2018 को गुजरात में नर्मदा नदी के निकट केवड़िया से राष्ट्र को समर्पित की जाएगी। गुजरात के शिक्षा मंत्री भूपेन्द्र सिंह चूड़ासमा यहां हरियाणा के लोगों को निमंत्रण देने आए थे।
उन्होंने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा का 31 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लोकार्पण करेंगे। इस स्थल पर नई दिल्ली की तर्ज पर बड़ा म्यूजियम बनाया जाएगा। इसके लिए गुजरात के मुख्यमंत्री ने देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस पत्र के जवाब में 1500 वर्ग गज में गेस्ट हाउस बनाने की हामी भर दी है। इसके अलावा लगभग 17 किलोमीटर के क्षेत्र को शानदार बागवानी के रूप में भी विकसित किया जाएगा, ताकि आने वाले दर्शकों को एक भव्य एवं मनोहरम वातावरण उपलब्ध हो सके।
उन्होंने कहा कि गुजरात सरकार की ओर से हरियाणा के कृषि मंत्री एवं लोहा संग्रहण समिति के राष्ट्रीय संयोजक ओम प्रकाश धनखड़ और प्रदेश संयोजक सुभाष बराला का विशेष रूप से आभार व्यक्त किया, जिन्होंने इस स्टेच्यू के निर्माण में पूरे देश में घूम कर मिट्टी और लोहा एकत्रित करने का अनुकरणीय कार्य किया। उन्होंने कहा कि यह स्टेच्यू हमें एकता के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा देता रहेगा। इस अवसर पर उन्होंने आमजन को स्टेच्यू ऑफ यूनिटी को देखने के लिए आमंत्रित भी किया।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने बेटे को किया माफ, भारत में विशेषज्ञों ने बताया दोहरा चरित्र
पोर्नोग्राफी मामले में राज कुंद्रा को ईडी का दूसरा समन, 4 दिसंबर को पेश होने का आदेश
संजय राउत हिंदुत्व की विचारधारा को छोड़ चुके हैं : अरुण सावंत
Daily Horoscope