पंचकूला। हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री विपुल गोयल ने कहा है कि प्रदेश में ग्रीन व क्लीन इंडस्ट्री को प्रमोट करने के लिए सरकार ने नई ओद्यौगिक नीति तैयार की है। इस नीति की बदौलत एक वर्ष के दौरान 20716 नये यूनिट स्थापित हुए है तथा उनसे एक लाख 33 हजार 823 युवाओं को रोजगार के अवसर मिले हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
गोयल सेक्टर-10 स्थित एक निजी रेस्तरां में लघु उद्योग भारती द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि ओद्यौगिक नीति की जानकारी प्रत्येक उद्यमी को देने के लिए प्रत्येक जिला में व्यापार मेले आयोजित किए जाएगें, जिनके माध्यम से उद्यमियों को नई नीति के प्रति जागरूक करके प्रदेश में उद्योगों को बढ़ावा दिया जाएगा। पूर्ववर्ती सरकारों में उद्योगपतियों को सरकार की नीतियों के बारे में जानकारी ही नहीं मिलती थी। जब वे किसी तरह की औपचारिकता के लिए कार्यालय जाते थे तब उन्हें नीतियों के बारे में केवल कुछ ही जानकारी मिलती थी। उन्होंने कहा कि नई उद्योग नीति के लिए मुख्यमंत्री बधाई के पात्र हैं, जिन्होंने गुडग़ांव में आयोजित समिट में एक लाख एमओयू का लक्ष्य निर्धारित किया, जिसके विरूद्ध 30 देशों ने तीन लाख 79 हजार के एमओयू साईन हुए।
उन्होंने कहा कि उद्योग लगाने के लिए प्रदेश में माहौल तैयार किया जाता है। ईज ऑफ डूंईग बिजनेस में पिछले साल 14वें स्थान से 6वें स्थान में आ गए। इज ऑफ डूंईग बिजनेस में अब उतर भारत में हरियाणा पहले नंबर पर है तथा उद्योगपतियों के सहयोग एवं निरंतर फीड बैक के बदलाव के चलते शीघ्र ही प्रदेश नंबर एक पर आएगा। एमएसएमई के स्पोर्ट हेतू 25 मिनी क्लस्टर की घोषणा की गई, जिसमें से 17 क्लस्टर पर कार्य चल रहा है तथा शेष सभी क्लस्टर 30 जून तक बन कर तैयार हो जाएगें। उन्होंने बताया कि बरवाला में 15 करोड रुपये की राशि से 12 क्लस्टर स्वीकृत किए गए हैं।
उद्योग मंत्री ने बताया कि प्रदेश में स्थापित सिंगल विंडो सिस्टम में एक ही स्थान पर 70 तरह की एनओसी मुहैया करवाई जा रही है। पिछले साल से अब तक 20094 उद्यमियों ने एनओसी के लिए आवेदन किया, जिसमें से केवल 54 एनओसी बाकि हैं तथा शेष 20040 उद्यमियों को केवल 30 दिन में एनओसी जारी करने का रिकॉर्ड कायम किया है। उन्होंने हिमाचल प्रदेश की नीति पर चर्चा करते हुए कहा कि प्रदेश में एमएसएमई के लिए 75 प्रतिशत प्लाट रिजर्व किए गए है, जिनमें 5 से 10 करोड़ तक का पूंजीनिवेश किया जा सकता है। खरखौदा में 750 एकड़ में ओद्यौगिक क्षेत्र विकसित किया जा रहा है, जिसमें 250 एकड़ में मार्बल, 100 एकड़ में इलैक्ट्रोनिक्स तथा 250 एकड़ में वुड वक्र्स के लिए निर्धारित किया गया है।
श्री गोयल ने कहा कि बिजनेस के क्षेत्र में हर रोज नई समस्याएं आती है। इनमें परिवर्तन की जरूरत होगी तो उद्योगपतियों से सुझाव लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि केएमपी बनकर तैयार हो गया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी आगामी 2 अक्तूबर को इसका लोकार्पण करेंगे। केएमपी के साथ साथ 5 बड़े बड़े टाऊन बसाये जायेेंगे, इनमें 50-50 हैक्टेयर तथा सवा-सवा लाख एकड़ के शामिल होगें। उन्होंने कहा कि उद्यमियों को प्रदेश हित में इनका लाभ उठाना चाहिए।
उन्होने कहा कि स्किल डवलैपमेंट के लिए 950 करोड़ की लागत से पलवल में कौशल विश्वविद्यालय स्थापित किया जा रहा है। इस वर्ष दो लाख 68 हजार बेरोजगारों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। वाणिज्य मंत्री ने कहा कि एमएसएमई की नई एडवाईजरी कमेटी में लघु भारती के सदस्य शामिल किए जाएगें। अवैध इंडस्ट्री को पॉलिसी बनाकर रेगुृलर किया जाएगा तथा पंचकूला ओद्यौगिक क्षेत्र में पानी की निकासी के लिए अलग से डीपीआर तैयार करवाई जा रही है।
विधायक एवं मुख्य सचेतक ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि लघु उद्योग देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ होते हैं। प्रत्येक व्यक्ति को सरकारी रोजगार मुहैया करवाना संभव नहीं है। उन्होंने पढ़े लिखे युवाओं को परामर्श देते हुए कहा कि वे अपने दृष्टिकोण में परिवर्तन लाये और सरकारी नौकरियों के पीछे भागने की अपेक्षा स्वयं की इकाईयां स्थापित करें क्योंकि सरकार इस दिशा में हर संभव सहायता उपलब्ध करवा रही है। लघु उद्योगों को बढ़ावा देकर बेरोजगारी पर काबू पाया जा सकता है। इसलिए अधिक से अधिक उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने विशेष बल दिया है। सरकार ने सिंगल विंडो की व्यवस्था की है और इस दिशा में बेहतर परिणाम सामने आ रहे है। पंचकूला में निफ्ट के भवन का कार्य चल रहा है। इस भवन पर लगभग सवा सौ करोड़ रुपये की राशि खर्च की जा रही है।
उन्होंने कहा कि इस राष्ट्रीय संस्थान से प्रशिक्षण लेकर युवा स्वयं का रोजगार स्थापित कर सकेंगे। विशेष रूप से रेडिमेड गार्मेंट हब के रूप में विकसित करने के लिए यह संस्थान कार्य करेगा। इसके अलावा आईटी पार्क में भी युवाओं की गतिविधियां बढाने के लिए बल दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ के आईटी पार्क की तर्ज पर इस आईटी पार्क में इन्फ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने की आवश्यकता है। इसके लिए सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। उन्होंने एमएसएमई एक्ट को प्रभावी ढंग से लागू करके पंचकूला के ओद्यौगिक क्षेत्र में खाली प्लाटों पर लॉजिस्टिक हब बनाने पर भी विस्तार से चर्चा की।
कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्जवलित कर किया गया। लद्यु उद्योग के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमाकांत भारद्वाज ने लघु उद्योगों को बढ़ावा देने बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने लघु उद्योगों के माध्यम से अधिक से अधिक कमर्शियल एक्टीविटीज बढ़ाने का भी अनुरोध किया। स्टेट महामंत्री महावीर गोयल, जिला अध्यक्ष दिनेश अरोड़ा, राकेश सालवान ने भी लघु उद्योगपतियों के समक्ष आने वाली समस्याओं के बारे में अवगत करवाया।
इस अवसर पर भाजपा के जिला प्रधान दीपक शर्मा, पूर्व पार्षद सीबी गोयल, देवेन्द्र जैन, हरियाणा शिवालिक विकास बोर्ड के सदस्य बीबी सिंगल, रजनीश गर्ग, रॉकी मित्तल, सुमित गोयल सहित लघु भारती संस्थान के कई पदाधिकारी भी उपस्थित थे।
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