पंचकूला। हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहाकि पिंजौर के गांव मडावाला स्थित नशा मुक्ति एवं पुर्नवास केंद्रों में भारी अनियमितांए मिली हैं। उन्होंने इसकी निरीक्षण रिपोर्ट गृह और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को सौंपी है। विज ने उन्हें विजिलेंस जांच करवाने का आश्वासन दिया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
गुप्ता ने शनिवार को सिविल अस्पताल सेक्टर-6 में अवैध रूप से चल रहे तीन पुर्नवास केंद्रों से मुक्त करवाए मरीजों से मुलाकात करने के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होनें कहा कि शुक्रवार को ही बरवाला, मौली और बतौड में संचालित अवैध पुर्नवास केंद्रों पर छापेमारी कर 43 मरीजों को रिहा करवाया है।
गृहमंत्री विज से मुलाकात में उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की तह तक जांच होनी चाहिए। इसमें जो भी दोषी पाया जाता है, उस पर सख्त कारवाई की जानी चाहिए। इन केंद्रों के संचालकों को किसका संरक्षण मिल रहा है, इसकी भी जाँच होनी चाहिए।
गुप्ता ने कहा कि एक विशेष अभियान चलाकर प्रदेश में संचालित सभी नशा मुक्ति एवं पुर्नवास केंद्रों का निरिक्षण किया जाए। उन्होने कहाकि वे शीघ्र ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल से भी मुलाकात कर आग्रह करेंगे। राज्य सरकार द्वारा प्रत्येक जिले में 100 बेड का नशा मुक्ति एवं पुर्नवास केंद्र खोला जाए और ऐसे निजी केंद्रों पर बैन लगाया जाए।
रोगियों को नशा मुक्त करने की बजाय नशे का आदि बना रहेः
गुप्ता ने कहा कि उन्हें दुख है कि अवैध नशा मुक्ति केंद्रों में लेागों को नशे से मुक्त करवाने की बजाय उन्हे नशे का आदि बनाया जा रहा है। इसी प्रकार रिहेबिलिटेशन सैंटर्स को टार्चर सैंटर्स बनाया जा रहा है। जंहा मरीजों के साथ अमानवीय व्यवहार किया जाता है। उन्हे यातनाएं दी जाती हैं। पिंजौर के गांव मडावाला में नशा मुक्ति एवं पुर्नवास केंद्रों में औचक निरीक्षण के दौरान उन्होने पाया कि वहां मरीजों को ऐसी दवाईयां दी जा रही थीं जिनसे वे इनके आदि हो जाते थे। बिना किसी चिकित्सक के परामर्श के प्रतिबंधित दवाईया दी जा रही थीं। मार्किट में जो दवाई 140 रुपये में उपलब्ध है, इस केंद्र में 390 रूपए में बेची जा रही थी। गुप्ता ने कहा कि उन्होने यह भी पाया कि वहां उपस्थित 20 से 25 व्यक्ति इन दवाईयों को लेने के आदि हो चुके हैं। इनमें ट्रक ड्राईवर और मजदूर भी शामिल हैं।
सभी नशा मुक्ति एवं पुर्नवास केंद्रों का नियमित निरीक्षण होः
गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2030 तक भारत को नशा मुक्त बनाने का अभियान शुरू किया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी हरियाणा को नशा मुक्त बनाने की शुरूआत की हैं। उन्होने पंचकूला के लिए जो 7 सरोकार दिए हैं उनमें पंचकूला को नशा मुक्त बनाना सर्वोपरि है। उन्होंने निर्देश दिए कि जिले में संचालित सभी नशा मुक्ति एवं पुर्नवास केंद्रों का नियमित निरीक्षण किया जाए। यदि फिर भी इन केंद्रों में अनियमितता पाई जाती है तो संबंधित अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा।
पुर्नवास केंद्रों से मुक्त मरीजों ने गुप्ता का धन्यवाद कियाः
अवैध पुर्नवास केंद्रों से मुक्त करवाए गए मरीजों ने ज्ञानचंद गुप्ता का धन्यवाद किया। उन्होनें कहा कि वंहा से निकल कर उन्हें नया जीवन मिला हैं। अपनी आपबीती सुनाते हुए उन्होंने गुप्ता को बताया कि पुर्नवास केंद्रों की आड़ में उन्हें मारपीटा जाता था। अनेकों यातनांए दी जाती थीं। उनसे खाना बनाने से लेकर साफ सफाई तक का कार्य करवाया जाता था। एक ही कमरे में लगभग 20 लोगों को रखा जाता था। ना बाहर जाने की इजाजत थी। ना ही किसी से मिलने दिया जाता था। उन्हें ताला लगाकर कमरे में ही कैद रखा जाता था। ना ही कोई चिकित्सक था और ना ही किसी प्रकार की कोई दवा उन्हें दी जाती थी।
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