पंचकूला। दशहरे का त्योहार पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाने वाला एक अद्वितीय अवसर है, जहां अच्छाई की बुराई पर जीत का जश्न मनाया जाता है। इस बार, हरियाणा के पंचकूला शहर में विशेष रूप से चर्चा का केंद्र बन गया है, जहां देश के नंबर दो बड़े रावण के पुतले का दहन किया जाएगा।
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रावण बनाने वाली कमेटी के सदस्य बताते हैं कि इस रावण की ऊँचाई हर साल बढ़ाई जाती है, और इसका कारण कुछ और नहीं, बल्कि समाज में बढ़ती बुराइयाँ हैं। जैसे-जैसे देश में बुराई बढ़ती जा रही है, वैसे-वैसे रावण की ऊँचाई भी बढ़ाई जा रही है, ताकि यह प्रतीकात्मक रूप से बुराई का सामना कर सके।
कमेटी के सदस्य राजेश कुमार ने इस संबंध में कहा, "हमारा उद्देश्य रावण के माध्यम से यह दिखाना है कि बुराई के खिलाफ हमारी यह लड़ाई कभी खत्म नहीं होगी। हर साल हम रावण को और ऊँचा बनाते हैं ताकि यह स्पष्ट हो सके कि अच्छाई की विजय के लिए हमें हमेशा तैयार रहना चाहिए।"
हर साल की तरह इस बार भी लोग उत्साह के साथ इस आयोजन का हिस्सा बनेंगे, जहां रावण का दहन केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि समाज के प्रति एक चेतावनी भी है कि हमें बुराई के खिलाफ हमेशा खड़ा रहना चाहिए।
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