नूंह। नगरपालिका नूंह में कई सालों से लगे कच्चे सफाई कर्मचारी इन दिनों बेहद परेशान हैं। सफाई कर्मचारी पीएफ नहीं मिलने से नाराज सफाई कर्मचारियों ने बुधवार को अर्धनग्न होकर नगरपालिका के मुख्यगेट पर प्रदर्शन किया। नारेबाजी के दौरान नूंह नगरपालिका के
अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
सफाईकर्मचारियों चेतावनी भरे
लहजे में कहा कि अगर जल्द ही उन्हें पीएफ नहीं दिया , तो वे किसी हद
तक सकते हैं। सफाई कर्चारियों को समर्थन देने पहुंचे सर्व हरियाणा संघ के
जिला प्रधान तैयब हुसैन ने कहा कि या तो नगरपालिका प्रशासन कर्मचारीओं का
बकाया पीएफ देदे बरना सर्व हरियाणा कर्मचारी संघ के बैनर तले लड़ाई लड़ेगा।
आपको
बता दें कि सफाई कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर ही नहीं गए बल्कि सोमवार
को नूंह शहर में इन्हें भीख मांगने पर मजबूर होना पड़ा था , बुधवार को अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया। खास
बात तो यह है कि सफाई कर्मचारियों का पीएफ रिकॉर्ड में ही कहीं दर्ज नहीं
है। जिन चंद महीनों का रिकॉर्ड में है ,वह भी नहीं दिया जा रहा। नगरपालिका
में नियमित सचिव नहीं है। गणतंत्र दिवस के मौके पर नूंह में ध्वजारोहण करने
आये कृष्ण बेदी राज्य मंत्री के सामने भी कर्मचारियों ने इस पीड़ा को रखा
लेकिन किसी ने नहीं सुनी , तो गत 27 जनवरी से कच्चे 36 सफाई कर्मचारी हड़ताल
पर चले गए। रविवार की छुट्टी के बाद सोमवार को दफ्तर खुला तो कर्मचारियों
ने प्रशासन और सरकार विरोधी नारे लगाते हुए हाथों में कटोरा लेकर नूंह शहर
के बाजार में भीख मांगी , लेकिन जिला प्रशासन से लेकर नपा नूंह प्रशासन पर
इसका कोई असर नहीं पड़ा। पीएम नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान की सफलता का
इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि सफाई कर्मचारी तक पीएफ नहीं मिलने से
नाराज होकर काम ठप कर नपा नूंह के मुख्य द्वारा पर हड़ताल पर बैठ गए हैं।
जानकारी
के मुताबिक नपा नूंह में 17 पक्के कर्मचारी हैं ,जिनकी उम्र 50 को पार कर
चुकी है। कच्चे 36 कर्मचारी युवा हैं। जिनके भरोसे जिला मुख्यालय नूंह शहर
की सफाई व्यवस्था टिकी है। आज देशव्यापी जेल भरो आंदोलन की वजह से पक्के
कर्मचारी भी हड़ताल करने जा रहे हैं। नूंह शहर की सफाई व्यवस्था चौपट हो
सकती है। खास बात तो यह है कि इस मामले को लेकर कोई गंभीर दिखाई नहीं दे
रहा है। एसडीएम नूंह से लेकर डीसी नूंह तक के सामने सफाई कर्मी अपनी पीड़ा
रख चुके हैं ,लेकिन अकसर चर्चाओं में रहने वाली नपा नूंह पर किसी
अधिकारी की नजरें इनायत नहीं होने से भीख तक मांगने की नौबत आन पड़ी है।
हड़ताली सफाई कर्मचारियों के मुताबिक उनका करीब 25 माह का पीएफ बार - बार
शिकायत और गुहार लगाने के बावजूद भी नगर पालिका नूंह ने नहीं दिया। उनका
कहना है कि कई महीने का पीएफ तो कागजों में कहीं नहीं है , सिर्फ हवा में
दिखाई दे रहा है। हड़ताल पर बैठे कच्चे कर्मचारियों के पास भी इस बात का कोई
पुख्ता सबूत नहीं है। सवाल लाख टके का यह है कि सफाई कर्मियों के पीएफ को
आखिर कौन डकार गया।
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