जयपुर। अलवर में मॉब लिंचिंग में हुई रकबर खान की मौत के मामले में
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है। रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि रकबर खान की
मौत पिटाई से ही हुई थी। उसके शरीर पर 12 चोट के निशान मिले हैं। उसके हाथ,
पैर की हड्डी और पसलियां टूटी हुई है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इस मामले में निलंबित ASI
प्रभारी अधिकारी एएसआई मोहन सिंह का कहना है कि हां उससे गलती हुई है। उसे
सजा दी जाए या छोड़ दिया जाए। मौके पर प्रत्यदर्शी नवलकिशोर का कहना है कि
रकबर खान पुलिस हिरासत में जिंदा था। उसने हिरासत में रकबरखान की आखिरी
तस्वीर जारी की है जिसमें वह जिंदा दिखाई दे रहा है।
इस मामले मेें
संस्पेंड को सस्पेंड कर दिया है, जबकि तीन कांस्टेबलों विजय सिंह,
पुष्पेन्द्र सिंह और हरेंद्र सिंह को लाइन हाजिर किया है। हालांकि, पुलिस
ने अकबर की पिटाई की या नहीं, इस पर उन्होंने साफ-साफ कुछ नहीं कहा।
अकबर की भीड़ ने घेरकर पिटाई की:
अलवर
के पास रामगढ़ के गांव ललावंडी में 20 जुलाई की रात अकबर उर्फ रकबर मेव
(28) को पीट-पीटकर कर मार दिया गया था। अकबर अपने साथी असलम के साथ गाय
लेकर पैदल हरियाणा जा रहा था। खेतों में ग्रामीणों ने उन्हें घेर लिया।
असलम तो बचकर भाग निकला, लेकिन भीड़ ने अकबर की लाठी-डंडों से हत्या कर दी।
पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर ललावंडी के धर्मेन्द्र यादव और परमजीत को गिरफ्तार किया है।ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
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