नूंह।
पुन्हाना उपमंडल के बीसरू गांव में बुधवार को कई मामलो में वाछित ईनामी
बदमाश को पकडने गई पुलिस पर पथराव व फायरिंग मामले में पुलिस ने 11
नामजद के अलावा 40-50 अन्य लोगों पर सरकारी काम में बाधा डालने के अलावा
पुलिस पर जानलेवा करने का मामला दर्ज कर लिया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
बदमाश पुलिस की पकड
में नहीं आया। पुलिस मामले में बेगुनाहों को ना फंसाने व गांव में ऐसे
अपराधियों को पकडवाने में पुलिस की मदद करने को लेकर गांव में हाजी कय्यूम
की अध्यक्षता में एक पंचायत का आयोजन किया गया। जिसमें गांव के प्रमुख
लोगों ने भाग लेकर घटना कडी निंदा जताई। पंचायत में लोगों ने कहा की
गांव में चुनावों के दौरान से दो पार्टी बनी हुई है। जिसमें आपसी रंजिश के
कारण कुछ लेाग गांव के भाईंचारे को बिगाडने में कोई कसर नहीं छोड रहे है।
कुरैशी समाज के प्रधान हुसैनदीन ने बताया की कुछ दिनों पहले भी
कुरैशी समाज के दो गुटो में किसी बात को लेकर झगडा हो गया था। जिसमें गांव
के एक गुट ने पुलिस को ऐसे लोगों के नाम लिखवा दिये जो गांव में ही नहीं
थे तथा जिनका झगडे से कोई लेना देना नहीं था। उन्होंने कहा की वो पुलिस व
प्रशासन के साथ है। गांव में शांति का माहौल देखना पंसद करते है लेकिन कुछ
लोग गांव में अंशाति पैदा करने में कसर नहीं छोड रहे है।
उन्होंने
बताया कि बुधवार को भी पुलिस ने एक नामी बदमाश को पकडने के लिए भी गांव
में छापेमारी की जिसमें बदमाश व उसके परिवार के लोगो ने पुलिस पार्टी पर
फायरिंग व पथराव कर जानलेवा हमला किया। गांव के कुछ लोग पुलिस को देखकर
मौके पर घटना को देख रहे थे तो उनके नाम भी इस मामले में जोड दिये है।
जबकि उनका इस मामले से कोई लेना देना नहीं है। पंचायत में बुर्जग व्यक्ति
नन्ने कुरैशी ने बताया की पिछलें दिनों हुए दो गुटो के झगडे मेें व पुलिस
पर हुए पथराव में उनका नाम भी सामने आ रहा है जबकि वो का चारपाई से उठने
लायक नहीं है। उन्होंने बताया की गांव के कुछ लोगों की बदौलत यहां की फिजा
को पूरी तरह से खराब करने के लिए साजिश रची जा रही है। अगर जल्द ही
प्रशासन व पुलिस ने ऐसे लोगों पर लगाम नहीं लगाई तो गांव में बडा झगडा हो
सकता है। पंचायत में बताया की पुलिस पार्टी पर हमले में पुलिस गहनता से
जांच करे किसी बेगुनाह को मामले में ना लपेटे। गांव के लोग पूरी तरह से
पुलिस व प्रशासन के साथ है। पंचायत ने फैसला लिया की अगर पुलिस मामले में
बेगुनाहों को फंसाती तो वो मेवात पुलिस कप्तान के साथ साथ रेवाडी रेंज के
आई जी से मिलेगें । अगर उन्हें न्याय नहीं मिला तो वो रोड जाम व प्रदर्शन
करने से भी पीछे नहीं हटेगें।
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