कुरुक्षेत्र। बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया। अग्रसेन चौंक से लघु सचिवालय तक आयोजित इस रोष मार्च में भारी संख्या में संतों, बुजुर्गों, महिलाओं और युवाओं ने भाग लिया। जय श्री राम और बांग्लादेश मुर्दाबाद के नारों से धर्मनगरी गूंज उठी।
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हिंदू संगठनों द्वारा निकाले गए इस मार्च में मोहन नगर और अग्रसेन चौंक से पिपली रोड, सेक्टर 13 मार्ग होते हुए लघु सचिवालय तक की यात्रा की गई। वहां, राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के नाम जिला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा और बांग्लादेश में हिंदू नरसंहार तथा अल्पसंख्यकों और महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों का विरोध करते हुए पुतला फूंका गया।
संगठनों के सदस्य एकजुट होकर यह संदेश देने के लिए सड़कों पर उतरे कि हिंदू समाज अब अपनी सुरक्षा और अधिकारों के लिए जाग चुका है। इस विरोध प्रदर्शन में वासुदेवा नंद, स्वामी हरिओम दास, जनार्दन स्वामी महाराज, स्वामी रघुनाथ दास, साध्वी मोक्षिता, भाजपा नेता राजकुमार सैनी, तजिंदर सिंह गोल्डी सहित कई प्रमुख हस्तियों ने भाग लिया।
प्रदर्शनकारियों ने यह स्पष्ट किया कि हिंदू समाज पर हो रहे अत्याचार को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और भारत सरकार से अपील की कि वह इस मुद्दे पर तत्काल संज्ञान ले।
बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हमले बढ़ गए हैं। हाल ही में ढाका में एक इस्कॉन मंदिर के पुजारी चिन्मय कृष्ण दास को गिरफ्तार किया गया, और उपद्रवियों ने इस्कॉन मंदिर और हिंदू प्रतिष्ठानों को निशाना बनाकर आगजनी की। बांग्लादेश में स्थिति बेकाबू हो चुकी है, लेकिन स्थानीय सरकार और पुलिस प्रशासन मूक दर्शक बने हुए हैं।
इस आंदोलन में एकजुट हिंदू समाज ने स्पष्ट कर दिया कि उनके अधिकारों का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और वह हर परिस्थिति में एकजुट रहकर अपने खिलाफ हो रहे अत्याचारों का विरोध करेंगे।
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