कुरुक्षेत्र। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि धान बाहुल्य जिलों के किसानों को 'मेरा पानी-मेरी विरासत' योजना काफी पसंद आई है। इसके सकारात्मक परिणाम जमीनी स्तर पर देखने को मिल रहे हैं। कुरुक्षेत्र जिले के बन गांव में 4 एकड़ जमीन के किसान अंकुर कुमार ने धान के स्थान पर 3 एकड़ में सब्जियां लगानी शुरू कीं। एक एकड़ से टमाटर के 1700-1800 कैरेट का उत्पादन कर 13 लाख रुपए की रिकॉर्ड बिक्री की। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इसके लिए किसान ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने मुख्यमंत्री की अपील पर परम्परागत खेती को छोड़ा। मेरी फसल-मेरी विरासत योजना से प्रभावित होकर सब्जियों की खेती को अपनाया। सब्जियों की सिंचाई में टपका पद्धति को अपनाया। इससे पानी की बचत भी हुई और कृषि आदान में भी कमी आई और आय में भी इजाफा हुआ।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि यह योजना तभी सफल होगी जब हम धान बाहुल्य जिलों के किसानों के लिए कोई अनूठी योजना लेकर आएं। अधिकारियों ने दो प्रमुख योजनाएं तैयार की थी जिसके तहत धान के स्थान पर मक्का, बाजरा और ज्वार जैसी फसलों का विकल्प चुनने वाले किसानों को 7 हजार रुपए प्रति एकड़ की प्रोत्साहन राशि और जीरो टीलेज मशीन से धान की सीधी बिजाई करने पर 4 हजार रुपए प्रति एकड़ की वित्तीय सहायता का प्रावधान किया गया।
मुख्यमंत्री का यह निर्णय काफी सकारात्मक परिणाम लाया। इससे पहले मुख्यमंत्री ने स्वयं धान बाहुल्य जिलों के किसानों से पानी बचाने के लिए धान के स्थान पर अन्य वैकल्पिक फसलों की बुआई करने के लिए किसान संवाद कार्यक्रम आरंभ किये थे। इसके फलस्वरूप किसानों ने खरीफ-2022 के दौरान 72,000 एकड़ क्षेत्र में धान की सीधी बिजाई कर 31,500 करोड़ लीटर पानी की बचत की। सरकार ने ऐसे किसानों को 29.16 करोड़ रुपए की प्रोत्साहन राशि दी।
किसानों के इस रुझान को देखते हुए मुख्यमंत्री ने अपने बजट अभिभाषण में वर्ष 2023 -24 के दौरान 2 लाख एकड़ क्षेत्र को धान की सीधी बिजाई के तहत लाने का लक्ष्य निर्धारित करने की घोषणा की है।
आगामी खरीफ सीज़न 2023-24 को देखते हुए मुख्यमंत्री ने भिवानी और पलवल जिलों के बाद अपने जनसंवाद कार्यक्रम का रुख धान बाहुल्य जिले कुरुक्षेत्र की ओर किया है। जहाँ वे 1 से 3 मई, 2023 तक कुरुक्षेत्र के बड़े गांवों में लोगों से सीधा संवाद करेंगे। मेरी फसल-मेरा ब्यौरा योजना के तहत धान के स्थान पर कम पानी से पकने वाली फसलों का चयन करने की अपील करेंगे।
लोकसभा चुनाव 2024: 1बजे तक बिहार में 32.41%,J&K में 43.11% मतदान दर्ज,सबसे अधिक त्रिपुरा में 53.04% मतदान
लोकसभा चुनाव 2024 : जिन 102 सीटों पर हो रही है वोटिंग, जाने कैसा रहा था 2019 में उनका नतीजा
लोकसभा चुनाव 2024 : गांधीनगर से नामांकन करने के बाद बोले अमित शाह, 'मैं बूथ कार्यकर्ता से संसद तक पहुंचा'
Daily Horoscope