कैथल। हरियाणा मेडिकल लैब टेक्नोलॉजिस्ट्स वेलफेयर एसोसिएशन के आह्वान पर मंगलवार को कैथल जिले के लैब टेक्नीशियनों ने सरकारी हॉस्पिटल के गेट पर धरना प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। लैब टेक्नीशियनों का आरोप है कि वे गांव और शहरों में आम लोगों को लैब टेस्ट की सुविधाएं उपलब्ध करवा रहे हैं और वे इस लैब के लिए पूरी तरह से शिक्षित हैं, लेकिन सरकार उनकी लैब की रिपोर्ट पर एमबीबीएस डॉक्टर के साइन की शर्त थोपना चाहती है, जो कि पूरी तरह से लैब टेक्नीशियनों के साथ अन्याय है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
हरियाणा मेडिकल लैब टेक्नोलॉजिस्ट्स वेलफेयर एसोसिएशन के नेताओं नफे सिंह, मोहिंदर गंभीर, रमेश अहलावत, अशोक सिंगला और रमेश नरवाल ने कहा कि सरकार का यह निर्णय पूरी तरह से तानाशाहीपूर्ण है, जिसका वे डटकर विरोध करते हैं। उन्होंने कहा कि एक ओर सरकार युवाओं की तकनीकी शिक्षा देकर उन्हें रोजगार देने की बात करती है और दूसरी ओर तकनीकी शिक्षा प्राप्त लैब टेक्नीशियनों को बेरोजगार करने पर तुली है। उन्होंने कहा कि लैब टेक्नीशियन शहरों और गांवों में गली मोहल्लों में भी आम गरीब लोगों को सस्ती दरों पर लैब टेस्ट की सुविधाएं उपलब्ध करवा रहे हैं और सरकार लैब पर डॉक्टर की तैनाती करके गरीब जनता पर एक बोझ डालना चाहती है। उन्होंने कहा कि देशभर के लैब टेक्नीशियन सरकार की इस नीति का पूरी तरह से विरोध करते हैं। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार इस नई नीति को वापस लेने की घोषणा नहीं करती, तब तक देशभर के लैब टेक्नीशियन आंदोलन करते रहेंगे।
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