करनाल। हरियाणा
के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने, स्वच्छ सर्वेक्षण-2018 में करनाल की
राष्ट्रीय स्तर पर 41वीं रैंकिंग तथा हरियाणा राज्य में प्रथम स्थान पर
रहने के लिए आज शहर के पंचायत भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में 50 स्वच्छता
कर्मियों को सम्मानित किया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
सम्मान में सभी को 1-1 मिठाई का डिब्बा व 501
रूपये का नकद पुरस्कार दिया गया। बता दें कि इस उपलब्धि के लिए नगर निगम
द्वारा शहर को स्वच्छ बनाने वाले 1382 सफाई कर्मियों को इतनी ही पुरस्कार
राशि और मिठाई से सम्मानित किया गया है। मुख्यमंत्री ने स्वच्छ भारत अभियान
(हरियाणा) से जुड़े स्वच्छता क्रांति मंच के बैनर तले प्रदेश में लोगो को
जागरूक करने के लिए निकाली गई स्वच्छता समरसता यात्रा से जुड़े 17 अन्य
व्यक्तियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
अपने
संबोधन में मुख्यमंत्री ने आह्वान किया कि प्रदेश के सभी नगर निगम व नगर
पालिकाओं में स्वच्छता कर्मियों के लिए इस तरह के सम्मान समारोह आयोजित किए
जाएं। इसे लेकर मंच पर उपस्थित इन्द्री से विधायक एवं खाद्य आपूर्ति व
उपभोक्ता मामले मंत्री कर्णदेव काम्बोज, असंध के विधायक बख्शीश सिंह,
नीलोखेड़ी के विधायक भगवान दास कबीरपंथी तथा घरौण्ड़ा के विधायक एवं हैफेड
के चेयरमैन हरविन्द्र सिंह कल्याण ने घोषणा की कि वे भी शीघ्र ही अपनी-अपनी
नगर पालिकाओं में सफाई कर्मियों को इसी प्रकार से सम्मानित करेंगे।
मुख्यमंत्री
ने बताया कि स्वच्छता के साथ हमे पर्यावरण पर भी ध्यान देना है। इसी के
दृष्टिगत विश्व पर्यावरण दिवस पर प्रदेश में कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए गए
थे। उनका जिकर करते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि स्कूल में पढऩे वाले
प्रत्येक विद्यार्थी घर-आंगन, गली, विद्यालय, सार्वजनिक स्थान, नहर के
किनारे, मन्दिर या जहां भी जगह उपलब्ध हो अपने-अपने नाम का 1-1 पेड़ लगाकर
उसका संरक्षण करेंगे।
उन्होने बताया कि सरकारी कार्यालयों में पेयजल के लिए
प्लास्टिक की बोतलों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसका विकल्प कांच की
बोतल या गिलास का प्रयोग है क्योंकि प्लास्टिक पर्यावरण को प्रदूषित करने
का एक बड़ा कारण है। उन्होने बताया कि इसी प्रकार आगामी 15 अगस्त तक सभी
सरकारी व सार्वजनिक जगहो पर लगाए गए बिजली के बल्व व टयूब एल.ई.डी. में
परिवर्तित किए जाने है। क्योंकि इसमें बिजली का खर्च मात्र 10 प्रतिशत आता
है और बचत 90 प्रतिशत है। समाज में रहने वाले लोगो से भी अपील की जाएगी कि
वे अपने-अपने घरो में एलईडी बल्व लगाएं। इसके अतिरिक्त प्रत्येक ऐसे 500
मीटर के प्लाट पर निर्माण से पहले स्ट्रोम वाटर रिचार्जिंग वेल बनाना
अनिवार्य कर दिया गया है, ताकि भूजल स्तर को ऊपर लाया जा सके। ग्रामीण
क्षेत्रो में पेयजल की बचत के लिए प्रथम चरण में 1 लाख टूटियां लगाई
जाएंगी। पंचायतो को भी कहा गया है कि वे पानी की बरबादी रोकने के लिए लोगो
को जागरूक करें।
उन्होने बताया कि म्हारा गांव जग-मग योजना के तहत लाईन लोस
36 से घटकर 21 पर आ गया है यानि 15 प्रतिशत कम हुआ है। बिजली की बचत होगी
तो उपभोक्ताओं को बेहतर और ज्यादा मात्रा में बिजली मिलेगी तथा बिजली बिलो
में भी कटौती की जानी सम्भव होगी। उन्होने कहा कि इन सभी प्रयासो को सफल
बनाने के लिए जनता का सहयोग भी अपेक्षित रहेगा।
इससे
पूर्व स्वच्छत भारत मिशन हरियाणा के कार्यकारी उपाध्यक्ष सुभाष चन्द्र ने
मुख्यमंत्री का स्वागत किया और कहा कि स्वच्छ सर्वेक्षण रैंकिंग में करनाल
और हरियाणा को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानजनक स्थान दिलाने के लिए स्वच्छता
कर्मियो का सबसे ज्यादा सहयोग है। इन्हे सम्मानित करने की परिकल्पना
मुख्यमंत्री ने ही की थी, जिसकी शुरूआत आज करनाल से हो गई है। उन्होने कहा
कि ऐसा करने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य है। इससे सफाई कर्मियो का
आत्मविश्वास और हौसलाअफजाही हुई है। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री के इस कदम
से अंत्योदय की भावना और सुदृढ हुुई है। कार्यक्रम में नगर पालिका कर्मचारी
संघ करनाल के प्रधान वीरभान तथा सचिव अशोक परोचा ने मुख्यमंत्री को सम्मान
स्वरूप पगड़ी पहनाई। मेयर रेनू बाला गुप्ता व सीनियर डिप्टी मेयर कृष्ण
गर्ग ने मुख्यमंत्री को स्मृति चिन्ह भेंट किया।
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