करनाल। हथनीकुंड बैराज से बुधवार को एक लाख क्यूसिक पानी छोड़े जाने के बाद यमुना नदी उफान पर है। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में हुई मूसलाधार बरसात से यमुना नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया। बुधवार को हथनीकुंड बैराज पर यमुना का जलस्तर 1.40 लाख क्यूसिक से ऊपर पहुंच गया था। इससे यह खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गई। इसके चलते प्रशासन ने अलर्ट जारी कर लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता ने बताया कि शिवालिक की पहाडिय़ों पर हुई भारी बरसात के कारण क्षेत्र की बरसाती नदियों में भी उफान आ गया है। बुधवार को एक लाख क्यूसिक पानी आने से यमुना क्षेत्रों में अलर्ट जारी कर यमुना के नजदीक ना जाने की चेतावनी दी गई। उन्होंने कहा कि गुरुवार को यह पानी आगे पास कर गया है और अब डरने की कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि गुरुवार को यमुना में 18 हजार क्यूसिक पानी चल रहा है। इसके साथ ही प्रशासन ने यमुना के साथ लगते गांवों के मौजिज व्यक्तियों का एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया है। इस पर उन्हें पल-पल की सूचना दी जा रही है। कार्यकारी अभियंता ने अभी तक यमुना के पानी से करनाल जिले में किसी तरह के नुकसान से इंकार करते हुए बाढ़ से बचाव के सभी पुख्ता प्रबंध होने की बात कही है।
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