करनाल। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देश में एक साथ चुनाव करवाने की आवश्यकता पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि बार-बार चुनाव होने से देश के जनकल्याण और विकास कार्य प्रभावित होते हैं। करनाल में अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि चुनाव के समय प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, मंत्री, सांसद, विधायक, अधिकारी और कर्मचारी सभी का ध्यान पूरी तरह चुनाव पर केंद्रित हो जाता है, जिससे विकास परियोजनाओं की गति धीमी हो जाती है।
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कृषि मंत्री ने बताया कि बार-बार होने वाले चुनावों में न केवल बड़ी मात्रा में धन खर्च होता है, बल्कि इससे समय की भी बर्बादी होती है। उन्होंने इसे जनता की गाढ़ी कमाई का दुरुपयोग करार दिया। उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव के दौरान हरियाणा के अधिकारियों को पर्यवेक्षक के रूप में दूसरे राज्यों में भेजा जाता है, जिससे हरियाणा के विकास कार्य प्रभावित होते हैं।
शिवराज सिंह चौहान ने एक साथ चुनाव कराने के लिए संविधान संशोधन की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि लोकसभा और सभी विधानसभाओं के चुनाव पांच साल में एक साथ होने चाहिए। यह कदम न केवल समय और धन की बचत करेगा, बल्कि विकास को भी गति देगा।
कृषि मंत्री ने जनता से इस मुद्दे पर जन जागरूकता फैलाने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह समय है कि देश इस समस्या का समाधान ढूंढे और विकास कार्यों को प्राथमिकता दे।
देश में चुनावों की लगातार बढ़ती गतिविधियों के बीच शिवराज सिंह चौहान का यह बयान अत्यधिक महत्वपूर्ण है। अब देखना यह है कि सरकार और विपक्ष इस मुद्दे पर क्या रुख अपनाते हैं। यदि एक साथ चुनाव की व्यवस्था लागू होती है, तो यह देश के राजनीतिक और प्रशासनिक ढांचे में एक बड़ा बदलाव साबित हो सकता है।
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