करनाल। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) ने जुलाई 2025 सत्र के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू कर दी है। इग्नू के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. धर्म पाल ने बताया कि जो लोग कौशल आधारित और ज्ञान आधारित शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं, उनके लिए इग्नू सबसे उपयुक्त विश्वविद्यालय है। इग्नू का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों का ज्ञानवर्धन करके उनके लिए उत्थान के समान अवसर उपलब्ध करवाना है।
डॉ. धर्म पाल ने बताया कि इग्नू दूरदराज के क्षेत्रों और ग्रामीण इलाकों के विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा प्रदान करने का कार्य कर रहा है। ऐसे विद्यार्थी जो किसी भी कारण से नियमित कॉलेज या विश्वविद्यालय में नहीं जा सकते, वे आसानी से इग्नू के माध्यम से पढ़ाई कर डिग्री हासिल कर सकते हैं। यह उन कामकाजी उम्मीदवारों के लिए भी एक बेहतरीन विकल्प है जो दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से अपनी उच्च शिक्षा जारी रखना चाहते हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
डॉ. धर्म पाल ने विशेष रूप से उल्लेख किया कि जो इच्छुक विद्यार्थी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, उनके लिए इग्नू की दूरस्थ शिक्षा प्रणाली एक उपयुक्त प्लेटफॉर्म है, क्योंकि वे अपनी पढ़ाई को अपनी गति से जारी रख सकते हैं। इच्छुक विद्यार्थी इग्नू द्वारा संचालित लगभग 350 तरह के सर्टिफिकेट, पीजी सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, पीजी डिप्लोमा, बैचलर्स और पोस्ट ग्रेजुएट के विभिन्न पाठ्यक्रमों के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
DEB-ID अनिवार्य: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) के निर्देशानुसार, ओडीएल (ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग) /ऑनलाइन कार्यक्रम में आवेदन करने के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए DEB-ID बनाना अनिवार्य है। यूजीसी-डीईबी सार्वजनिक सूचना के अनुसार, अब प्रत्येक शिक्षार्थी (अंतर्राष्ट्रीय शिक्षार्थियों को छोड़कर) के लिए किसी भी ओडीएल या ऑनलाइन (ओएल) पाठ्यक्रम में नामांकन से पहले अपनी एबीसी आईडी का उपयोग करके एक डीईबी-आईडी बनाना अनिवार्य है।
विद्यार्थी यूजीसी-डीईबी वेब पोर्टल पर जाकर और अपने एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट (एबीसी) आईडी का उपयोग करके डीईबी-आईडी जेनरेट कर सकते हैं। यदि किसी विद्यार्थी के पास एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट (एबीसी) आईडी नहीं है, तो वे डिजीलॉकर के माध्यम से इसे बना सकते हैं या अपने आधार कार्ड, पैन कार्ड या अपार आईडी से अपनी एबीसी आईडी बना सकते हैं। डीईबी आईडी एक बार जेनरेट होने के बाद शिक्षार्थी के जीवन काल के लिए वैध रहेगी। वैध डीईबी-आईडी के बिना, ओडीएल/ओएल कार्यक्रमों में प्रवेश ले पाना संभव नहीं है।
आवेदन प्रक्रिया: आवेदन करने के लिए, इच्छुक विद्यार्थियों को सबसे पहले आवश्यक क्रेडेंशियल दर्ज करके अपना पंजीकरण करना होगा। फिर अपने पंजीकृत क्रेडेंशियल के साथ लॉग इन करें, आवेदन पत्र भरें, आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें और पंजीकरण शुल्क का भुगतान करें। आवेदन की सावधानीपूर्वक समीक्षा करने के बाद उसे जमा करें। पुष्टिकरण पृष्ठ डाउनलोड करें और भविष्य के संदर्भ के लिए उसका प्रिंट आउट अपने पास रखें।
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