कैथल। एसीबी अम्बाला टीम द्वारा जिला परिषद कैथल घोटाले में ठेकेदार कमलजीत पुत्र निवासी गांव किठाना, थाना राजौन्द, और आरोपी शेखर काला निवासी गांव कुराड जिला कैथल को गांव बडनपुर जिला जीन्द से गिरफ्तार किया गया है। इनसे 1 फरवरी 2025 को पुलिस कस्टडी के दौरान एसीबी द्वारा आरोपी कमलजीत से 1,00,000/-रूपए व शेखर काला से 4,00,000/- रूपए (कुल 500000/- रू. नकद) उनके द्वारा गबन की गई राशि में से बरामद किए गए हैं। आरोपी कमलजीत व शेखर काला को न्यायालय जेएमआईसी कैथल में पेश किया गया। जिस पर न्यायालय के आदेश उपरान्त दोनो आरोपियों को जिला जेल कैथल में बंद करवाया गया।
प्रकरण के मुताबिक एसीबी द्वारा 30 मई 2024 को आरोपी अनिल कुमार, प्रोपराईटर से 2,15,000/- रूपए, नवीन कुमार, उप मण्डल अभियन्ता, जिला परिषद कैथल से 5,00,000/- रूपए, जसबीर सिंह, कनिष्ठ अभियन्ता, जिला परिषद कैथल, से 70,000/- रूपए, दिलबाग सिंह, ठेकेदार प्रोपराईटर सत्यम निमार्ण कम्पनी से 3,00,000/- रूपए, राजेश गर्ग, प्रोपराइटर वासु निमार्ण कम्पनी से 50,000/- रूपए तथा अभय संधू, प्रॉपराइटर लक्ष्मी बिल्डिंग मैटिरियल स्टोर एंड सप्लायर से 1,80,000/- रूपए सरकार की गबन राशि की बरामद की गई थी। इसके उपरान्त 1 अगस्त 2024 को एक अन्य आरोपी रोहताश, ठेकेदार से 1,50,000/- रूपए भी बरामद किए गए। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इस प्रकार उपरोक्त सभी आरोपियों से कुल 14,65,000/- रूपए नकद सरकार की गबन की गई राशि में से बरामद किए गए थे। उपरोक्त सभी आरोपी अभी न्यायालय से नियमित जमानत पर हैं।
एसीबी अम्बाला टीम द्वारा 28 मई 2024 को मुकदमा केे अनुसंधान के दौरान नवीन कुमार, तत्कालीन SDO, जसबीर सिंह, तत्कालीन कनिष्ठ अभियन्ता, कुलवन्त सिंह, तत्कालीन लेखा लिपिक, जिला परिषद कैथल व अन्य 4 ठेकेदारों अनिल गर्ग, राजेश गर्ग, दिलबाग सिंह व अभय सन्धू को गिरफ्तार कर लिया गया। इसके उपरान्त 1 अगस्त, 2024 को एसीबी द्वारा एक अन्य आरोपी रोहताश, ठेकेदार को भी गिरफ्तार किया गया।
एसीबी द्वारा अभियोग में आरोपी नवीन कुमार, उप मण्डल अभियन्ता, जसबीर सिंह, कनिष्ठ अभियन्ता, कुलवंत सिंह, तत्कालीन लेखा लिपिक, जिला परिषद कैथल व आरोपी ठेकेदार दिलबाग सिंह, राजेश गर्ग, अभय संधू, रोहताश, व अनिल कुमार, के विरूद्व चालान (चार्जशीट) न्यायालय, अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश, कैथल में 23 अगस्त 2024 को दिया जा चुका है।
एसीबी द्वारा पूर्व विधायक लीलाराम हल्का कैथल द्वारा जुलाई 2021 में दी शिकायत के आधार पर जांच की गई।
शिकायत में आरोप था कि जिला परिषद कैथल में वित्तीय वर्ष 2020-21 में पंचायत विभाग हरियाणाा से grant for creation of capital assets के लिए प्राप्त हुए 31.64 करोड रूपए में से 50 प्रतिशत राशि से sanitation work किए जाने थे। उपरोक्त राशि में से 15.82 करोड के जिला परिषद कैथल के गावों में sanitation work न करके जिला परिषद के अधिकारी/कर्मचारी व ठेकेदारो से 35 से 40 प्रतिशत कमीशन लेकर ठेकेदारों को राशि का भुगतान कर दिया गया, जबकि मौका पर काम भी नही हुए। एसीबी द्वारा उपरोन्त मामले में जांच के उपरान्त अभियोग संख्या 13 थाना भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, अम्बाला में दर्ज किया गया था। - खासखबर नेटवर्क
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