कैथल। सिंचाई विभाग के अधिकारियों को उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने निर्देश देते हुए कहा कि वे जिला में बाढ़ बचाव प्रबंधों के तहत किए जा रहे सभी कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें तथा यह भी सुनिश्चित करें कि सभी कार्य निर्धारित अवधि तक संपन्न हों। विभाग द्वारा जल निकासी में प्रयोग किए जाने वाले सभी पंप सैटों को दुरूस्त रखा जाए। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
डॉ. प्रियंका सोनी जिला के विभिन्न स्थानों पर सिंचाई विभाग द्वारा बाढ़ बचाव हेतू किए जा रहे कार्यों की समीक्षा कर रही थी। उन्होंने सर्वप्रथम सिंचाई विभाग की कार्यशाला में रखे डीजल व इलैक्ट्रिक पंप सैटों का अवलोकन किया तथा अधीक्षक अभियंता रवि शंकर मित्तल को निर्देश दिए कि वे सभी क्षतिग्रस्त पंप सैटों की मुरम्मत करवाएं,ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके। उन्होंने स्टोर में रखे 70 डीजल पंप सैटों, 35 इलैक्ट्रिक पंप सैटों का अवलोकन किया तथा इन पंप सैटों की क्षमता के बारे में भी जानकारी हासिल की। विभाग द्वारा जिला में 44 स्थाई पंप सैट भी विभिन्न स्थलों पर स्थापित किए गए हैं। डीजल पंप सैटों की क्षमता 2 क्यूसिक होती है, जबकि इलैक्ट्रिक पंप सैटों की क्षमता इससे अधिक होती है।
मुख्तार अंसारी की मौत : पूर्वांचल के चार जिलों में अलर्ट, बांदा में भी बढ़ी सुरक्षा, जेल में अचानक बिगड़ी थी तबीयत
हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक कश्मीर में नजरबंद
शराब घोटाला मामला: एक अप्रैल तक ईडी की हिरासत में केजरीवाल
Daily Horoscope