कैथल। राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं ने स्कूल से निकलकर
शहर के बीचोंबीच पिहोवा चौक जाम कर दिया। वे खूब रोई और बिलख-बिलख कर
भिवानी बोर्ड व शिक्षा मंत्री को कोसा। एक छात्रा को भीषण गर्मी के कारण चक्कर आ गया, जिसे सहेलियों ने संभाला। इन बच्चियों के प्रदर्शन को शहर के लोगों का भी समर्थन मिलता दिखाई दिया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
दरअसल हरियाणा विद्यालय भिवानी बोर्ड द्वारा दसवीं कक्षा का रिजल्ट रिवाइज किए जाने के बाद यह छात्राएं कई विषयों में फेल हो गई हैं। 14 से 15 साल तक की उम्र की इन बेटियों ने बोर्ड के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चार पेज की एक चिट्ठी लिखी है। इसमें उन्होंने सीधे तौर पर सरकार के बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ पर निशाना साधा। चिट्ठी में लिखा है कि फेल होने के बाद मां ने उनकी शादी करने को कह दिया है। 15 साल की उम्र में अगर उसकी शादी हो जाएगी तो बेटी कैसे बचेगी। स्कूल के अध्यापक कहते हैं कि फिर से दसवीं कक्षा में बैठो। धरना दोगी तो नाम काट दिया जाएगा। छात्राओं ने कहा कि वे मर जाएंगी पर दोबारा दसवीं कक्षा में नहीं बैठेंगी। इससे पहले सात छात्राओं ने सुबह साढ़े बजे पिहोवा चौक पर धरना दिया था और स्कूल की
छ़ुट्टी होने के बाद दो बजे बड़ी संख्या में वे दोबारा वहीं पहुंच गई थी।
चिट्ठी में झलका बेटियों का दर्द
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