कैथल।
भारतीय किसान यूनियन ने किसानों के ज्वलंत मुद्दों को लेकर सड़को पर उतर
कर जोरदार विरोध धरना प्रदर्शन किया। भाकियू ने सम्पूर्ण कर्ज मुक्ति और
किसानों की आर्थिक दशा और दिशा को सुधारने के लिए कड़े तेवर अपनाते हुए
किसान मजदूर को कर्ज मुक्ति देने की आवाज उठाते हुए जोरदार सरकार विरोधी
नारेबाजी भी की। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
स्थानीय जवाहर पार्क में सैंकडो किसानों ने
एकत्रित होकर जिलाध्यक्ष राम सिंह खुराना की अध्यक्षता में किसान पंचायत
आयाजित करके प्रदेश सरकार पर किसानों की अनदेखी करने के आरोप लगाए। इसके
उपरांत प्रदेशाध्यक्ष रतन मान की अगुवाई में सडकों पर उतर कर जिला सचिवालय
तक रोष प्रदर्शन करते हुए जिला सचिवालय पहुंच कर तहसीलदार को मुख्यमंत्री
के नाम ज्ञापन सौंपा। किसान नेता मान ने भाजपा सरकार पर पूर्ण रूप से किसान
विरोधी करार देते हुए कहा केंद्र व राज्य की सरकार किसानों को खुशहाल नही
देखना चाहती है। विभिन्न किसान पंचायतों के माध्यम से भेजे गए ज्ञापनों को
सरकार दबाए हुए है। स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने, फसल बीमा योजना
को किसान हितैषी बनाने, संपूर्ण कर्ज मुक्ति होंने व किसान मजदूर को 60
साल की आयु पूरी होंने पर 5 लाख रूपए रिटायरमेंट के रूप में देने की
शुरूआत होंने तक किसान आंदोलन जारी रहेगा।
उन्होंने कहा कि तय किया
कि अब सरकार को अधिक मोहलत नहीं दी जाएगी। आर-पार की लड़ाई शुरू कर दी है।
आगामी कार्यक्रम संबंधित जानकारी देते हुए भाकियू के प्रदेशाध्यक्ष रतनमान
ने बताया कि मई माह में होने वाले आन्दोलन की रूपरेखा तय की जा चुकी है।
जिसकी शुरूआत 4 मई से कैथल से शुरूआत हो गई है। इसी प्रकार जींद में 5 मई
को हिसार में 8 मई को भिवानी में 11 मई, फतेहाबाद में 12 मई, सोनीपत
में 15 मई, झज्जर में 17 मई, कुरुक्षेत्र में 19 , यमुनानगर में 22 मई,
अम्बाला में 24 , करनाल में 25 मई, पानीपत में 28 मई को धरना प्रदर्शन के
बाद ज्ञापन सौंपा जाएगा।
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