जींद। आशा वर्करों के सहयोग से जिले में पहली बार तम्बाकू निषेघ पखवाडे के तहत गांव झांझ कलां के सरकारी स्कूल में पोस्टर मैकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा एवं सिविल सर्जन जीन्द डाॅ. गोपाल गोयल के निर्देशानुसार स्वास्थ्य विभाग जीन्द द्वारा तम्बाकू निषेध पखवाडे के तहत आशा वर्करों द्वारा गांव झांझ कलां व झांझ खुर्द के राजकीय विद्यालय में पोस्टर मैकिंग कम्पीटिशन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता उप-सिविल सर्जन डाॅ. रमेश पांचाल ने की। इसमें लगभग 100-125 स्कूली बच्चों ने भाग लिया।
इस दौरान आशा वर्करों व उपस्थित ग्रामीणों ने कार्यक्रम में पहुंचे उप-सिविल सर्जन (दन्तक व नशा मुक्ति कार्यक्रम) डाॅ. रमेश पांचाल का स्वागत किया गया। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय समय पर किए जाने वाले कार्यक्रमों का सीधा लाभ आमजन को पहुंचता है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
डाॅ. रमेश पांचाल ने कहा कि सरकार द्वारा चलाए जा रहे अभियान का मकसद आमजन को तंबाकू से होने वाले खतरों के बारे में बताना और जागरूक करना है।
दुनियाभर में हर साल लाखों लोगों की मौत तंबाकू सेवन से हो जाती है। इसका उद्देश्य लोगों को खासतौर पर युवाओं को तंबाकू से होने वाले नुकसान से बचाना और उन्हें इस बारे में शिक्षित करना है। आजकल कुछ युवाओं में तम्बाकू उत्पाद जर्दा, खैनी चबाने का चलन भी बढ़ रहा है जिसके कारण मुंह में छाले आदि बने रहते हैं जोकि जल्द ही मुंह व गले के कैंसर का कारण बनती है।
उन्होंने बताया कि तम्बाकू व धुम्रपान से गले का कैंसर, मुहँ का कैंसर, फेफडों का कैंसर व हृदय रोग जैसी घातक बीमारियों की ज्यादा संभावना रहती है। बीड़ी, सिगरेट, तम्बाकू तथा हुक्के का सेवन खतरनाक होता है। धुम्रपान करने वाला व्यक्ति, जिसको फर्स्ट हैण्ड स्मोकिंग भी कहा जाता है वह अपने स्वास्थ्य का नुकसान तो करता ही है साथ ही आसपास के लोगों जिसको सेकिंड हैण्ड स्मोकिंग भी कहा जाता है उनके स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव डालता है।
धूम्रपान वायु प्रदूषण का भी मुख्य कारण बनता है। सार्वजनिक स्थानों जैसे स्कूल, कॉलेज, शिक्षण संस्थान, हस्पताल, सचिवालय, कोर्ट परिसर आदि पर धुम्रपान पूर्णतया वर्जित है, ऐसे स्थानों पर धूम्रपान करते पकड़े जाने पर 200 रूपये जुर्माने का प्रावधान है। उन्होंने बताया कि शिक्षण संस्थानों के 100 मीटर दायरे में तम्बाकू-बीड़ी-सिगरेट, गुटखा, खैनी, जर्दा या कोई भी नशीले उत्पाद बेचना व धुम्रपान करना गैर-कानूनी है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय समय पर जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता रहता है।
इस अवसर पर उपस्थित बच्चों को धूम्रपान या किसी भी प्रकार के तम्बाकू उत्पादों का सेवन नहीं करने की शपथ दिलाई। कुछ बच्चों ने इस विषय पर अपने विचार भी रखें तथा अपने घर परिवार समाज में जागरूकता फैलाने की बात की। इस अवसर पर बच्चों ने तम्बाकू निषेध पखवाडे से संबंधित पोस्टर बनाए। प्रतियोगिता में आशा वर्करों मनोज कुमारी व सुनीता देवी ने भी भाग लिया।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा बच्चों को कलर, चार्ट, स्टेशनरी भी वितरित की गई तथा प्रतियोगिता में भाग लेने वाले बच्चों को स्वास्थ्य विभाग की ओर से सम्मानित किया गया। डाॅ.
रमेश पांचाल ने बताया कि यदि इन दिनों 31 मई से 21 जून 2024 तक चलने वाले तम्बाकू निषेध अभियान से संबंधित गांव, स्कूल, आशा वर्कर, सामाजिक संस्था कोई कार्यक्रम का आयोजन करते हैं तो स्वास्थ्य विभाग द्वारा उनका सहयोग किया जाएगा।
इस अवसर पर डाॅ0 रमेश पांचाल ने सभी आशा वर्करों के कार्यों की प्रशंसा करते हुुए कहा कि उनके द्वारा स्कूली छुट्टियों के दौरान ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन सराहनीय है।
इस अवसर पर राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य सलाहकार कमलेश बेरवाल ने उपस्थित बच्चों को पोषण व एनीमिया बारे जानकारी दी। उन्होंने कहाकि हमें संतुलित आहार लेना चाहिए व अपने स्वास्थ्य की जांच समय समय पर कराते रहना चाहिए जिसमें वजन, खून की मात्रा आदि जांच शामिल हैं। इस दौरान सीएचओ रेनु, एएनएम कमलेश देवी, श्यामो देवी, आशा वर्कर बबीता देवी, सुजेश, मनोज, कविता, सुमन, सुशीला, सुनीता देवी व आशा वर्कर मुख्य रूप से उपस्थित रही।
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