जींद। उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हाल में हुई बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि से हो रहे रबी फसल में नुकसान के कारण 3 अप्रैल से क्षतिपूर्ति पोर्टल फिर खोला जाएगा। जिन भी किसानों को फसल खराबे के कारण नुकसान हुआ है उन सभी को पूरा मुआवजा दिया जाएगा। सरकार ने स्पेशल गिरदावरी के आदेश दे दिए हैं। फसल नुकसान का जिलेवार रिव्यू किया जा रहा है। रिपोर्ट आने पर किसानों की फसल के नुकसान की पूरी भरपाई की जाएगी। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उप मुख्यमंत्री जींद जिले के गांव बधाना में ग्रामीणों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के प्रत्येक गांव में मॉडल ई-लाइब्रेरी स्थापित की जाएगी। यह लाइब्रेरी उन सभी गांवों में खोली जाएगी जिस गांव की पंचायत चौपाल, स्कूल, आंगनबाड़ी केन्द्र, पंचायत भवन और ग्राम सचिवालय आदि सार्वजनिक भवनों में अतिरिक्त कमरा या हाल उपलब्ध करवाएगी।
उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बताया कि ये सभी लाइब्रेरी इन्टरनेट वाईफाई, एलईडी स्क्रीन, कम्पयूटर जैसी सभी अत्याधुनिक तकनीकी सुविधाओं से लैस होंगी। इन लाइब्रेरियों की स्थापना से गांव के पढ़े लिखे लडके और लड़कियों को प्रतियोगी परिक्षाओं की तैयारी करने के लिए बेहतर वातावरण मिलेगा। हरियाणा सरकार के गांव दर गांव ई-लाइब्रेरी बनाने के फैसले पर मोहर लगाते हुए केद्र सरकार ने भी वर्तमान बजट में इसे पहली 5 प्राथमिकताओं में शामिल किया है।
उप मुख्यमंत्री ने कहाकि परिवार पहचान पत्र में आई तमाम दिक्क्तों को दूर कर दिया गया है। इसके परिणामस्वरूप 6 लाख नए बीपीएल कार्ड और 32 हजार नए पेंशन धारक जुड़ गए हैं। यदि फिर भी किसी ग्राम पंचायत को कोई समस्या है तो उसके लिए कैंप का आयोजन ग्राम स्तर पर करवा दिया जाएगा।
उन्होंने बधाना में गांववासियों द्वारा रखी गई खेल स्टेडियम की मांग को पूरा करने पर सहमति जताई। एनसीसी ट्रेनिंग सेंटर का सब सेंटर बनवाने का पूरा प्रयास करने की बात कही। यदि ग्राम पंचायत 2 एकड़ भूमि देती है तो गांव में एक कम्यूनिटी सेंटर, गांव की एससी चौपाल में डिजिटल लाइब्रेरी बनवाने के लिए 5 लाख रूपए देने, गांव के 3 तालाबों के सफाई एवं सौंदर्यीकरण एवं गांव की फिरनी पर लाइट की व्यवस्था भी करवा दी जाएगी।
उप मुख्यमंत्री ने 2021-22 खरीफ सीजन के दौरान बे-मौसम बरसात एवं जलभराव से हुए किसानों की फसल खराबे का जिक्र करते हुए कहाकि राज्य सरकार द्वारा नुकसान की भरपाई का मुआवजा जारी कर दिया है। अभी भी कुछ प्रभावित किसानों को तकनीकी खामियों की वजह से मुआवजा नहीं मिल पाया है। ऐसे प्रभावित किसान मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अपने रजिस्ट्रेशन से खाता और फर्द का मिलान करवा लें। इसके बाद भी कोई परेशानी आती है तो पोर्टल के साथ-साथ किसान सम्बंधित एसडीएम को लिखित में भी आवेदन कर सकता है। चौटाला ने आश्वासन दिया कि कोई भी प्रभावित किसान मुआवजा प्राप्त करने के बगैर नहीं रहेगा।
उप मुख्यमंत्री ने आगे कहाकि किसान हित राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और इस दिशा में वर्तमान गठबंधन सरकार ने साढ़े तीन साल में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए है। अब किसानों को फसल बेचने के लिए मंडियो में कई-कई रात नही गुजारनी पड़ती। बिक्री के बाद पेमेंट के लिए भी महीनों तक आढ़तियों एवं बिचौलियों के चक्कर नहीं काटने पडते। अब किसानों को फसल बिक्री का दिन व समय किसानों की मंशा के अनुसार मोबाइल संदेश से दिया जाता है। साथ ही फसल बिक्री की पेमेंट 72 घंटे के अंदर सीधा किसान के बैंक खाते में डाल दी जाती है। उप मुख्यमंत्री ने उचाना हलके के शाहपुर, धनखड़ी, कुचराना कलां, मांडी, संडील समेत आधा दर्जन गांव का दौरा किया और लोगों की समस्याएं भी सुनी।
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