जींद। गृहमंत्री अनिल विज ने अंबाला से हिसार जाते हुए रविवार को अचानक गाड़ी रूकवाकर नरवाना सदर थाने का औचक निरीक्षण किया। वहां पर विभिन्न खामियां पाए जाने को लेकर थाने के एसएचओ समेत पांच पुलिस कर्मियों को निलंबित करने के निर्देश दिए। इनमें एसएचओ सब-इंस्पेक्टर बलवान सिंह, हैड-कांस्टेबल संदीप व रामनिवास, कांस्टेबल कुलदीप कुमार और रमन हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
विज ने मीडिया कर्मियों से कहा कि थाने में बहुत प्रकार की खामियां मिली हैं। किसी भी सीट पर लोगों का काम नहीं हो रहा है। क्योंकि इन सीटों पर कई महीनों और सप्ताहों से लोगों के दस्तावेज लंबित चल रहे हैं। इसलिए आज मैंने एसएचओ समेत पांच पुलिस कर्मियों को निलंबित करने के आदेश दिए हैं।
विज ने जींद के पुलिस अधीक्षक को आदेश दिए कि थाने में आए हुए फरियादियों की फरियाद सुनें और उनका हल करने हेतु आगामी कार्यवाही करें।
उन्होंने कहा कि पासपोर्ट की वेरिफिकेशन की सीट से कई लोगों के आवेदन निरीक्षण के दौरान मिले हैं। इन आवेदनों पर संबंधित पुलिसकर्मी द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई है। इसलिए इस सीट के कर्मी को निलंबित किया है। ऑनलाइन टीटीएनएस में मुकदमा न दर्ज करने पर एक पुलिसकर्मी को निलंबित किया है। टीटीएनएस पर मुकदमे पिछले 7 से 8 दिनों से नए अपलोड किए थे। जो कि लंबित चल रहे थे।
मुख्यमंत्री बीमा योजना से संबंधित खेतों में कार्य के दौरान मृत्यु होने के संबंध में दिए जाने वाले बीमा को लेकर मार्किट कमेटी से एक आवेदन के तहत रिपोर्ट मांगी गई थी, जो रिपोर्ट लंबित चल रही थी। यह रिपोर्ट जिसके डेस्क पर लंबित चल रही थी, उसे भी निलंबित किया है। इसी प्रकार मुंशी को भी निलंबित किया है। पुलिस थाने के एसएचओ को लापरवाही के लिए निलंबित किया है। क्योंकि, उसका पुलिस थाने में किसी भी सीट के कार्य को लेकर कोई नियंत्रण नहीं हैं। उन्होंने कहा कि नरवाना सदर पुलिस थाने में उन्हें कोई भी कार्य सही प्रकार से नहीं मिला है।
औचक निरीक्षण के दौरान विज ने एचएचओ को फटकार लगाते हुए कहा कि एसएचओ का किसी भी सीट पर कोई नियंत्रण नहीं है और पूर्णतः कुप्रबंधन है। लोग थाने में लंबी-लंबी लाइनें लगाकर बैठे हैं। विज ने थाने में आए हुए फरियादियों/शिकायतकर्ताओं से बातचीत भी की। आवेदनकर्ताओं की दरखास्त की जानकारी मांगी। संबंधित कर्मियों को निपटान के निर्देश दिए।
विज ने पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि आप सभी सुधर जाओ अन्यथा किसी को नहीं बख्शा जाएगा। मैं कभी भी किसी भी कार्यालय में औचक निरीक्षण कर सकता हूं।
औचक निरीक्षण के दौरान उन्होंने पुलिस कर्मियों की सीटों पर जाकर रिपोर्ट, दस्तावेज, रजिस्टर, आवेदन इत्यादि को खोलकर देखा और निरीक्षण कर संबंधित पुलिस कर्मियों से लंबित होने पर जवाब तलब किया।
गृहमंत्री अपनी गाड़ी को रुकवाकर रोड बचाओ संघर्ष समिति के पदाधिकारियों से मिलें। उनके द्वारा दिए गए आवेदन पर उचित कार्यवाही करवाने का आश्वासन भी दिया। इस दौरान जींद के पुलिस अधीक्षक सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
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