हिसार। जेल जाने वाले बाबाओं को लगता है बागवानी का काम रास आने लगा है। गुरमीत राम रहीम के बाद अब संत रामपाल को जेल में बागवानी का काम दिया गया है। हिसार के सतलोक आश्रम के संचालक संत रामपाल जेल में कैदी नंबर 1005 होगा। उसे वहां बागबानी का काम
दिया गया है। बता दें कि रामपाल ने 1008 नंबर की मांग की थी जिसे नहीं माना
गया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
गौरतलब है कि उस पर केस नंबर 429 व 430 में भी कोर्ट ने उसे उम्रकैद
की सजा के साथ एक-एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। जज ने जैसे ही सजा का
ऐलान किया तो रामपाल फूट-फूटकर रोने लगा। एफआईआर नंबर 430 सुरेश कुमार ने
दर्ज करवाई थी। एक महिला रजनी को आश्रम से गंभीर हालत में निकाला गया था,
जिसे बाद में चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया था। इस मामले को लेकर रामपाल
सहित 30 लोगों को पहले ही दोषी करार दिया जा चुका है और अब कोर्ट ने इस पर
अपना फैसला सुना दिया।
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