गुरुग्राम। महिला शक्ति मंच गुरुग्राम की संस्थापक और अध्यक्ष श्रीमती संतोष श्रीपाल शर्मा ने श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन के दौरान धर्म और संस्कारों की महत्ता पर जोर दिया। कथा में व्यास जी भागवताचार्य ने ध्रुव चरित्र का वर्णन करते हुए बताया कि श्रीमद् भागवत कथा जीवन के संस्कारों की शिक्षा देती है और हमें अपने बच्चों को परमपिता परमेश्वर की भक्ति की दिशा में प्रेरित करना चाहिए।
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श्रीमती संतोष श्रीपाल शर्मा ने कहा कि आज हमारे समाज में जो हालात हैं, उनमें धार्मिक अनुष्ठान करवाना अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, "अगर पांच प्रतिशत लोग भी इस बात को समझ जाएं, तो यह कार्यक्रम सफल होगा।" उनका मानना है कि आजकल समाज में भाईचारा टूट रहा है, बुजुर्गों का सम्मान घट रहा है और हम पश्चिमी सभ्यता की ओर बढ़ते जा रहे हैं। साथ ही, मानसिक तनाव और बीमारियों जैसे बीपी और शुगर के मामलों में वृद्धि हो रही है। ऐसे में श्रीमद् भागवत गीता का अध्ययन और समझना बेहद जरूरी है, क्योंकि उसमें जीवन का सार निहित है।
गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में कई गणमान्य लोग भी पहुंचे, जिनमें दैनिक जागरण के आदित्य राज, सूबेदार मेजर सतवीर शर्मा, अर्जुन सैनी, अजय वैष्णव, बीपी पांडे, समय सिंह यादव, बनवारी लाल, राज चौहान, राजेश पटेल और गुरुग्राम विकास मंच के अध्यक्ष समाजसेवी श्री राजकुमार त्यागी जी शामिल थे। श्री राजकुमार त्यागी जी ने कार्यक्रम के एक दिन के खर्च की सारी जिम्मेदारी ली और मंच की ओर से सभी उपस्थित लोगों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
इस आयोजन ने समाज में धार्मिक और सांस्कृतिक जागरूकता को बढ़ावा देने का कार्य किया और संस्कारों की शिक्षा को फिर से जीवित करने का संदेश दिया।
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