गुरुग्राम । मच्छर जनित बीमारियों
के प्रकोप को रोकने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग ने जिला प्रशासन के सहयोग
से 22.70 लाख से अधिक घरों की जांच की और 11,311 घरों में मच्छरों के
लार्वा पाए जाने पर उन्हें नोटिस जारी किया है।
गुरुग्राम के सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव ने बताया कि जिले में अब तक
डेंगू के 1,897 सैंपल जांच के लिए भेजे जा चुके हैं, जिनमें से 83 डेंगू और
मलेरिया के दो मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
यादव ने बताया कि अब
तक दो लाख से ज्यादा लोगों का टेस्ट किया जा चुका है। स्वास्थ्य विभाग की
टीम भी मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए अभियान चला रही है।
यादव
ने कहा, "टीम लार्वा विरोधी गतिविधियों को अंजाम दे रही है जिसके तहत
मच्छर प्रभावित क्षेत्रों में टेमेफोस दवा का छिड़काव किया जा रहा है।
गैम्बूसिया मछली मच्छरों के प्रजनन को रोकने में बहुत प्रभावी है, इसे
ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने मत्स्य विभाग के सहयोग से, जिले में
स्थित 173 जलाशयों में गंबूसिया मछली डाली है।"
स्वास्थ्य
अधिकारियों ने बताया कि जिले में मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए 56
मशीनों के माध्यम से क्षेत्रवार फॉगिंग की जा रही है। उन्होंने बताया कि
फॉगिंग के लिए नगर निगम गुरुग्राम (एमसीजी) के हेल्पलाइन नंबरों पर
18001801817 और 0124-44055779 पर संपर्क किया जा सकता है।
इसके
अलावा सेक्टर-31 पॉलीक्लिनिक व सेक्टर-10 सिविल अस्पताल में डेंगू, मलेरिया
व चिकनगुनिया की नि:शुल्क जांच व इलाज की सुविधा उपलब्ध है।
चिकनगुनिया
के लिए एनएस-1 और एलजीआई परीक्षण के लिए 600 रुपये और डेंगू के परीक्षण के
लिए 1,000 रुपये से अधिक शुल्क नहीं लेने के निर्देश दिए गए हैं। इसका
उल्लंघन करने पर संबंधित अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
--आईएएनएस
कोर्ट को आप ने राजनीतिक अखाड़ा बना दिया है, भारतीय न्यायपालिका को बदनाम करने की कोशिश : शहजाद पूनावाला
हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक कश्मीर में नजरबंद
शराब घोटाला मामला: एक अप्रैल तक ईडी की हिरासत में केजरीवाल
Daily Horoscope