गुरुग्राम। गुरुग्राम के एक सरकारी अस्पताल में चिकित्सा में लापरवाही के कारण एक महिला और उसके नवजात शिशु की मौत हो गई। सेक्टर 18 के करीब सिहरेल गांव की निवासी 22 वर्षीय नेहा को प्रसव पीड़ा के बाद सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। वह उत्तर प्रदेश की फरुर्खाबाद की रहने वाली थी। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
नेहा के परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि चिकित्सकों की लापरवाही के कारण डिलिवरी के दौरान नवजात शिशु की मौत हो गई। नेहा की स्थिति शिशु को जन्म देने के बाद से खराब होने लगी थी।
परिवार के सदस्यों द्वारा कि गए हंगामे के बाद महिला को दिल्ली में बेहतर सुविधाओं वाले अस्पताल में भेजे जाने का फैसला लिया गया लेकिन वहां एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं थी।
नेहा के पति राजेश ने कहा, "जब तक एक एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई तब तक बहुत देर हो चुकी थी। अस्पताल परिसर में वाहन के अंदर उसकी मृत्यु हो गई।"
विरोध के बाद, मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) गुलशन अरोड़ा ने महिला और उसके बच्चे की मौत की जांच के आदेश दिए।
अरोड़ा ने कहा, "दोषी पाए जाने पर किसी को बख्शा नहीं जाएगा।"
--आईएएनएस
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