गुरुग्राम। गुरुग्राम पुलिस ने उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एक अवैध हथियार निर्माण इकाई का भंडाफोड़ किया है और इस सिलसिले में मास्टरमाइंड सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। गिरफ्तार लोगों की पहचान हाथरस निवासी अभिषेक उर्फ जीतू (30) और अलीगढ़ निवासी 25 वर्षीय सुनील के रूप में हुई है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
पुलिस ने कहा कि उन्होंने उत्तर प्रदेश में छापेमारी की, जिसके बाद अवैध हथियार निर्माण से संबंधित कुछ जानकारी का खुलासा उनके एक सहयोगी अभिषेक उर्फ गब्बर द्वारा किया गया, जिसे 19 मार्च को गुरुग्राम में गिरफ्तार किया गया था। उसके कब्जे से कुल 25 देशी पिस्तौल बरामद किए गए थे।
छापेमारी के दौरान पुलिस ने अवैध हथियार फैक्ट्री से भारी मात्रा में कारतूस व हथियार सहित हथियार बनाने का सामान बरामद किया है।
सहायक पुलिस आयुक्त (अपराध) प्रीत पाल सांगवान ने आईएएनएस को बताया, "उत्तर प्रदेश के हाथरस में हथियारों की एक अवैध फैक्ट्री पकड़ी गई और हमने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।"
उन्होंने ताले और चाबियों के निर्माण के लिए किराए पर एक कमरा लिया था, लेकिन कथित तौर पर इसका इस्तेमाल अवैध रूप से हथियारों का निर्माण करने लगे।
पुलिस टीम ने छापेमारी के दौरान सुनील के पास से एक अवैध हथियार भी बरामद किया है।
पूछताछ के दौरान उसने पुलिस को बताया कि वे मैन्युफैक्च रिंग यूनिट में हथियार बनाते थे और उन्हें उत्तर प्रदेश और दिल्ली-एनसीआर में 2,500 से 3,000 रुपये प्रति हथियार के हिसाब से बेचते थे।
सांगवान ने कहा, "अभिषेक कई वर्षों से इसमें शामिल था और उत्तर प्रदेश में उसके खिलाफ गैंगस्टर अधिनियम सहित लूट और डकैती के एक दर्जन मामले दर्ज किए गए थे। वह पहले भी जेल की सजा काट चुका है। उत्तर प्रदेश और दिल्ली-एनसीआर में अवैध हथियारों की आपूर्ति के लिए सुनील अभिषेक से 10 प्रतिशत कमीशन लेता था।
--आईएएनएस
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