गुरुग्राम । हरियाणा के मुख्यमंत्री
के उड़नदस्ते, खाद्य और आपूर्ति और अग्निशमन विभाग, समेत एक संयुक्त टीम ने
आईएमटी मानेसर के सेक्टर-7 में एक निजी कंपनी पर छापा मारा और 30,000 लीटर
चिकनाई तेल (बायोडीजल) जब्त किया, जिसे अवैध रूप से बेचने के उद्देश्य से
संग्रहित किया गया था। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।
मुख्यमंत्री के उड़नदस्ते के डीएसपी इंद्रजीत यादव ने खुफिया जानकारी के
बाद इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया,
जिसने खाद्य,आपूर्ति और विभागों के अधिकारियों के साथ छापेमारी की। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
कंपनी मानेसर में आईएमटी के सेक्टर-7 स्थित प्लॉट-61 में आरोही पेट्रोकेम के नाम से चल रही थी।
यादव
ने कहा, "कंपनी ने सरकारी अनुमति के बिना या वैध लाइसेंस के बिना बड़े
टैंक में बायोडीजल संग्रहीत किया। जांच के दौरान, लगभग 30,000 लीटर तेल
जब्त किया गया। मौके पर मौजूद प्लांट के मालिक लोकेश कुमार आवश्यक दस्तावेज
दिखाने में विफल रहे।"
इस बीच, कंपनी के एक अधिकारी ने कहा कि उनके पास सभी आवश्यक दस्तावेज हैं।
अधिकारी
ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, "हम पिछले दो महीनों से मानेसर में काम कर
रहे हैं। हम गुजरात से चिकना तेल लाते हैं और दिल्ली-एनसीआर में बेचते
हैं। जो दस्तावेज मांगे जा रहे थे, ये दस्तावेज इस तेल के लिए आवश्यक नहीं
हैं। हम पिछले एक वर्ष से तेल का व्यापार कर रहे हैं। इस प्रकार के तेल को
लुब्रीकेंट ऑयल कहा जाता है। इसका उपयोग तेल कंपनियों की मशीनरी के लिए
किया जाता है। इसका उपयोग मुख्य रूप से पावर प्रेस, हाइड्रोलिक मशीन,
सीएनसी मशीन, वीएनसी मशीन और जनरेटर में किया जाता है। यह तेल ईंधन में काम
नहीं करता है।"
पुलिस ने कहा कि सैंपल रिपोर्ट मिलने के बाद उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू की जाएगी।
--आईएएनएस
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