फतेहाबाद।नवोदय विद्यालय समिति द्वारा देश में संचालित जवाहर नवोदय विद्यालयों के
‘विद्यालय विकास निधि’ को बढ़ाते हुए 9वीं से 12वीं कक्षा तक के बच्चों के
लिए 200 रुपये से फीस 600 रुपये प्रति माह किए जाने के विरोध में सोमवार को
नायब तहसीलदार विजय कुमार को नवोदय के पूर्व छात्रों द्वारा ज्ञापन सौंपा
गया। उपायुक्त के माध्यम से नवोदय विद्यालय समिति के कार्यकारी अध्यक्ष एवं
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावेडक़र के नाम यह ज्ञापन सौंपा
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नवोदय के पूर्व छात्रों ने बताया कि नवोदय
विद्यालयों में अति पिछड़े जरूरतमंद एवं होनहार ग्रामीण परिवेश के छात्रों
को शहरी स्तर की निशुल्क गुणवत्तापूर्ण बुनियादी शिक्षा उपलब्ध करवाई जाती
है। एनवीएस द्वारा इन विद्यालयों में फीस को पुन: बढ़ाया जाना एक प्रतिगामी
एवं विघटनकारी कदम है जो नवोदय की राष्ट्रीय एकता और बंधुत्व की भावना के
ना केवल विपरित है बल्कि नवोदय की ग्रामीण टैलेंट को आगे लाने की दूरगार्मी
नीति के लिए और ग्रामीण परिवेश के जरूरतमंद विद्यार्थियों के लिए बाधक है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय एकता और बंधुत्व के पर्याय नवोदय विद्यालय में
यह फीस भी विघटनकारी की तरह से निर्धारित की गई है। यह फीस सिर्फ सामान्य
वर्ग के गरीबी रेखा से ऊपर के विद्याथियों के लिए ही अधिसूचित की गई है।
उल्लेखनीय
है कि इससे पहले वर्ष 2003 में पहली बार जवाहर नवोदय विद्यालयों में 9वीं
से 12वीं तक पढऩे वाले बच्चों के लिए प्रति माह 200 रुपये फीस निर्धारित की
थी। लेकिन हाल ही में एनवीएस ने बच्चों के लिए 600 रुपये प्रति माह फीस
निर्धारित की है। इसके अलावा सरकारी अधिकारी व कर्मचारी के बच्चों के लिए
1500 रुपये प्रति माह निर्धारित की है। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति,
महिला तथा सामान्य वर्ग के गरीबी रेखा से नीचे के विद्यार्थियों को इस फीस
से मुक्ति दी गई है।
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