फतेहाबाद। फतेहाबाद में धान की सरकारी खरीद न होने पर किसानों का गुस्सा उफान पर है। पगड़ी संभाल जट्टा किसान संघर्ष समिति के नेतृत्व में वीरवार को किसानों ने उपायुक्त कार्यालय पर जमकर प्रदर्शन किया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। किसानों का आरोप है कि सरकारी एजेंसियों और राइस शैलरों के बीच समझौता न होने के कारण धान की खरीद ठप्प पड़ी है, जिससे अनाज मंडियों में धान के ढेर लगे हुए हैं। प्रदर्शन का नेतृत्व समिति के प्रदेशाध्यक्ष मनदीप नथवान और जिला प्रधान ओमप्रकाश हसंगा ने किया, जिन्होंने प्रशासन को शुक्रवार तक का अल्टीमेटम देते हुए चेतावनी दी कि अगर तब तक खरीद और उठान का काम शुरू नहीं हुआ, तो जिलेभर में सड़कों को जाम कर दिया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
किसानों का कहना है कि मंडियों में धान की लूट हो रही है, क्योंकि सरकारी खरीद न होने के कारण निजी व्यापारी सस्ते दामों पर किसानों की मजबूरी का फायदा उठा रहे हैं। सरकारी दर 2320 रुपये प्रति क्विंटल है, जबकि मौजूदा समय में धान 1800 से 2000 रुपये प्रति क्विंटल पर बिक रहा है। किसानों का कहना है कि उनकी मांगों की अनदेखी हो रही है, और मंडियों में धान का उठान भी रुका हुआ है, जिससे स्थिति और भी विकट हो रही है।
धरने के बाद किसान नेताओं ने मंडियों का दौरा किया और पाया कि न तो धान की सुचारू खरीद हो रही थी और जो धान खरीदा गया था, उसका उठान भी पूरी तरह ठप्प पड़ा था। किसानों ने प्रशासनिक अधिकारियों से बातचीत की, लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। इस पर नथवान ने सख्त चेतावनी दी कि अगर शुक्रवार तक समाधान नहीं निकला, तो जिलेभर में व्यापक आंदोलन होगा।
साइबर क्राइम स्टोरी : मुंबई में फर्जी निवेश घोटाले का पर्दाफाश, 6 टेलीकॉम कर्मचारियों समेत 8 गिरफ्तार
अलवर में स्वास्थ्य विभाग में लाखों की रिश्वतखोरी का खुलासा : अधिशासी अभियंता समेत तीन अधिकारी एक लाख रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार
अखिलेश यादव ऊंगली उठाने से पहले अपने कार्यकाल को याद कर लें : केशव प्रसाद मौर्य
Daily Horoscope