चंडीगढ़। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मोटे अनाज का उपयोग स्वस्थ मानव जीवन व सुरक्षित पर्यावरण विषय पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय सेमीनार आयोजित किया गया। इस सेमिनार का समापन समारोह मंगलवार देर सायं आयोजित किया गया। जिसमें हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने शिरकत की।
दत्तात्रेय ने भोजन में मोटे अनाज के उपयोग पर बल देते हुए कहा कि मोटा अनाज सेहत के लिए अत्यंत फायदेमंद है इसलिए इसे अपने दैनिक भोजन में जरूर शामिल करें। राज्यपाल ने कहा कि हरियाणा सरकार मोटा अनाज विशेषकर बाजरा की पैदावार बढ़ाने पर जोर दे रही है और इस दिशा में किसान को समृद्ध करने के लिए बाजरे को भावांतर भरपाई योजना में शामिल किया गया है। प्रदेश में बाजरे की खेती को बढ़ावा देने के लिए पहले कदम के रूप में, इस वर्ष भिवानी जिला में एक पोषक-अनाज अनुसंधान केन्द्र बनाया जा रहा है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उन्होने बताया कि मोटे अनाज का प्रयोग से कई तरह की बीमारियों जिनमें शुगर, ब्लड प्रेशर दिल, किडनी, कैंसर जैसी रोगों शामिल हैं, से बचाव हो सकता है। राज्यपाल ने कहा कि जब तक भोजन में अनाज नहीं बदलेंगे तो देश का स्वास्थ्य नहीं बदल सकता है, इसलिए मोटे अनाज का प्रयोग हमें बड़े स्तर पर करना होगा।
राज्यपाल दत्तात्रेय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने मोटे अनाज को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई है और संयुक्त राष्ट्र ने भी उनके आग्रह पर मोटे अनाज को अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष के रूप में घोषित किया है। मोटे अनाज को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने के इस अभियान में केंद्र सरकार की ओर से इसी वर्ष इसे प्रोत्साहित करने का फैसला किया गया है और केंद्र ने एक नई योजना श्रीधान्य की शुरुआत की है।
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