चंडीगढ़। गुरुकुल ग्लोबल स्कूल में टीचर्स के प्रोफेशनल स्किल को अपग्रेड करने के लिए कार्यशाला की गई। सुश्री मृदुल झिंगन द्वारा कक्षा प्रबंधन और छात्रों की भावनात्मक जरूरतों को समझने के बारे में बताया गया। उन्होंने तितली के कायापलट की अवस्थाओं पर प्रकाश डाला। मूलभूत सुविधाएं प्राप्त करने के लिए संघर्ष की आवश्यकता पर बल दिया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उन्होंने मलाला युसुफजई और उनके संघर्षों के बारे में बात की। जिसमें शिक्षा को अनिवार्य और बुनियादी जरूरत बताया गया था। इसके बाद उन्होंने कक्षा में छात्रों के समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित कैसे करना चाहिए- इस बात पर जोर दिया कि शिक्षक सबसे महत्वपूर्ण संसाधन हैं जो छात्रों के दिलों को छूते हैं। उन्होंने नए NEP2020 पर भी प्रकाश डाला जो सतत विकास लक्ष्यों पर केंद्रित है।
व्यवहार मनोविज्ञान के परिचय पर कार्यशालाः
काउंसलर सुश्री पुष्पिंदर कौर ने व्यवहार मनोविज्ञान पर एक सेशन को संबोधित किया। एक सिद्धांत पर ध्यान केंद्रित किया जो बताता है कि पर्यावरण मानव व्यवहार को आकार देता है। उन्होंने सभी हितधारकों यानी स्कूल, माता-पिता और शिक्षकों की भूमिका पर प्रकाश डाला, जो वास्तव में छात्रों के जीवन में बदलाव ला सकते हैं।
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