चंडीगढ़।
किसानों के लिए एक और खुशखबरी है! हरियाणा सरकार ने एक ऐसा कदम उठाया है, जिसका सीधा असर किसानों की जेब पर पड़ेगा और वह भी सकारात्मक तरीके से। ट्यूबवेल वाले हरियाणा के किसानों के लिए यह खबर काफी राहत लेकर आई है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
ट्यूबवेल ट्रांसफर हुआ मुफ्त!
ट्यूबवेल कनेक्शन को शिफ्ट करने में पहले काफी खर्च आता था। किसानों को करीब 30 से 40 हजार रुपये चुकाने पड़ते थे। लेकिन अब यह बोझ किसानों की पीठ से उतरने वाला है। हरियाणा बिजली निगम ने हाल ही में एक आदेश जारी किया है, जिसके तहत अगर आपका ट्यूबवेल खराब हो गया है या किसी कारण से उसे उसके मूल स्थान से 70 मीटर के दायरे में कहीं और शिफ्ट करना पड़ रहा है, तो किसानों को इसका खर्च नहीं देना होगा। यह खर्च सीधे सरकार देगी।
कब मिलेगा ट्रांसफर का हक?
यह सुविधा विशेष परिस्थितियों में ही मिलेगी, ताकि इसका दुरुपयोग न हो सके। बिजली निगम का कहना है कि ट्रांसफर तभी दिया जाएगा, जब:ट्यूबवेल खराब हो गया हो। पानी में लवणता अधिक होने के कारण ट्यूबवेल चालू नहीं हो पा रहा हो। किसी अन्य कारण से सरकार ने ट्यूबवेल के आसपास के क्षेत्र को जब्त कर लिया हो। और यह भी जरूरी है कि नए स्थान पर उसी किसान का नाम हो, जहां कनेक्शन ले जाया जा रहा है। इसके अलावा, कोई पिछला बिजली बिल बकाया नहीं होना चाहिए।
किसानों की पुकार पर बना ये फैसला!
दरअसल कई कृषि समूहों की लगातार मांगों का नतीजा है। किसानों ने बार-बार सरकार से ट्यूबवेल ट्रांसफर फीस माफ करने की मांग की थी। उनका दावा था कि राज्य में पानी की खराब गुणवत्ता और भूजल स्तर में गिरावट के कारण ट्यूबवेल फेल हो रहे हैं और इस मामले में किसानों पर इतना अधिक कर उचित नहीं है। यह जानते हुए भी हरियाणा प्रशासन ने किसानों के संघर्ष को ध्यान में रखते हुए एक महत्वपूर्ण सहायता निर्णय लिया है।
छोटा बदलाव, बड़ा असर!
हालांकि यह मामूली लग सकता है, लेकिन इस छूट के फैसले का किसानों के दैनिक जीवन पर बड़ा असर पड़ेगा। ट्यूबवेल के ट्रांसफर के लिए अब किसानों को थोड़ी-थोड़ी रकम जुटानी होगी, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति थोड़ी बेहतर होगी और वे अपने खेतों पर अधिक ध्यान दे सकेंगे। हरियाणा सरकार का मौजूदा प्रयास एक बार फिर दिखाता है कि वे किसानों के सामने आने वाली चुनौतियों को समझने और उन्हें खत्म करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं।
भूजल की चिंता के साथ किसानों को मिली नई उम्मीद!
एक तरफ भूजल की समस्या गंभीर चिंता का विषय है, वहीं दूसरी तरफ किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करना भी जरूरी है। इस चरण में दोनों मांगों को संतुलित करने का प्रयास किया गया है। इसलिए हरियाणा के किसान बहनों और भाइयों, आप अपने ट्यूबवेल कनेक्शन को अत्यधिक लागत की चिंता किए बिना स्थानांतरित करवा सकते हैं। उम्मीद है कि यह निर्णय आपको लाभान्वित करेगा और कृषि को नई ऊर्जा देगा।
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