इसी प्रकार, मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने
वाले भारतीय सेनाओं के 13 शहीदों को भी श्रद्धांजलि दी गई। इनमें हिसार के
विंग कमांडर साहिल गांधी, जींद जिले के गांव दिल्लूवाला के सहायक उप
निरीक्षक सतपाल सिंह, रेवाड़ी जिले के गांव नांधा के हवलदार ब्रिजेश कुमार
यादव व सिपाही हरि सिंह, करनाल जिले के गांव डिंगर माजरा के हवलदार बलजीत
सिंह, झज्जर जिले के हवलदार सुरेश कुमार, सिपाही रामराज व कैलाश चंद्र,
चरखी दादरी जिले के नायक शक्ति सिंह व सिपाही राय सिंह, फरीदाबाद जिले के
गांव अटाली के संदीप कुमार, हिसार जिले के गांव पुट्ठी मंगलखां के सिपाही
रतन सिंह तथा भिवानी जिले के गांव गोपालवास के सिपाही रमेश कुमार शामिल
हैं।
इसके अलावा, सदन में राज्य मंत्री मनीष कुमार ग्रोवर की सास
फूलावंती, विधायक करण सिंह दलाल के भांजे सतेंद्र रावत, पूर्व मंत्री चंदा
सिंह के पुत्र, शमशेर सिंह, भूतपूर्व मंत्री वेद सिंह मलिक के भाई सतबीर
सिंह, पूर्व विधायक नरेश यादव के पिता, शेर सिंह तथा पूर्व विधायक आनन्द
कौशिक की माता, वैष्णो देवी के दु:खद निधन पर भी शोक प्रकट किया गया। सदन
में आज झज्जर जिले के रैया गांव के निकट सडक़ दुर्घटना में गांव कासनी के
मारे गए एक ही परिवार के पांच सदस्यों नामत: प्रियांशु, सुशीला, रिंकू,
वीरेन्द्र व सुनील की हुई मृत्यु पर भी शोक व्यक्त किया गया।
बाद
में, मुख्यमंत्री व सदन के नेता मनोहर लाल ने पुलवामा में आंतकवादी घटना पर
एक निंदा प्रस्ताव सदन में रखा जिसे सर्वसम्मति से पारित किया गया। सदन
में दो मिनट का मौन रख शहीदों को श्रद्घाजंलि दी गई। सदन के सभी सदस्यों ने
पुलवामा में आंतकवादी हमले के शहीदों के परिवारों को आर्थिक सहायता के लिए
अपना एक महीने का वेतन देने की घोषणा भी की।
मुख्तार अंसारी की मौत : पूर्वांचल के चार जिलों में अलर्ट, बांदा में भी बढ़ी सुरक्षा, जेल में अचानक बिगड़ी थी तबीयत
हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक कश्मीर में नजरबंद
शराब घोटाला मामला: एक अप्रैल तक ईडी की हिरासत में केजरीवाल
Daily Horoscope